किसान संगठनों तथा सरकार के बीच आज दसवें दौर की बैठक भी बेनतीजा समाप्त हुई। इस बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा हमने कहा है, “अगली बैठक से पहले किसान चाहे तो एक अनौपचारिक समूह बना लें, सरकार से उनकी अपेक्षाएं क्या है? इस पर बात करके वह कोई मसौदा तैयार कर दें तो सरकार खुले मन से विचार करने को तैयार है….उनकी बहुत सारी शंकाओं की हमने पहचान की है, उन्हें दूर करने के लिए लिखित प्रस्ताव भी दिए हैं। लेकिन वह प्रस्ताव उन्हें मंजूर नहीं था, इस वजह से बातचीत चल रही है। सुप्रीम कोर्ट के प्रति हम सभी की प्रतिबद्धता और रहेगी कोर्ट ने जो फैसला दिया है हम उसका स्वागत करते हैं। कोर्ट ने जो कमेटी मध्यस्थता के लिए बनाई है कमेटी जब भी हमें बुलाएगी तो हम अपना पक्ष रखेंगे । समाधान तलाशने के लिए कमेटी बनाई है हो सकता है किसी के माध्यम से कोई हल निकल सके इसीलिए हमने किसानों से पूछा है तो अगली मीटिंग के लिए तैयार हो गए। ”
If it is mentioned in the manifesto, then Rahul Gandhi and Sonia Gandhi should appear before the media and accept that they were either lying at that time or are lying now: Agriculture Minister Narendra Singh Tomar#FarmLaws https://t.co/psNhIksJ01
— ANI (@ANI) January 15, 2021
कृषि मंत्री से जब मीडिया कर्मी ने पूछा कुछ लोग नहीं चाहते हैं कि आंदोलन खत्म हो क्या आपको ऐसी जानकारी है? मंत्री ने जवाब दिया हमारी जानकारी के अनुसार कृषि सुधार बिलों के बारे में दो तीन राज्यों के किसान धरने पर बैठे हैं। उनके प्रतिनिधि के रुप में कुछ यूनियन हमसे बात कर रही हैं। हमारी कोशिश है कि बातचीत से हल निकले और आंदोलन समाप्त हो सर्दी और कोविड-19 का संकट है। सरकार को उसकी चिंता है इसीलिए हम खुले मन से विचार और बड़प्पन से बात कर रहे हैं।
The government will present its side before the committee constituted by the Supreme Court when asked: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar https://t.co/o1g6sWWiqw
— ANI (@ANI) January 15, 2021
नरेंद्र मोदी के दोस्त ही देश चला रहे हैं : राहुल गांधी
वहीं दूसरी तरफ लगातार कांग्रेस पार्टी भारत सरकार पर हमलावर है। राहुल गांधी ने कहा, “किसानों को यह बात समझ में आ गई है कि उनकी आजादी छिन गई है… हिंदुस्तान को यह बात समझनी है, नरेंद्र मोदी और उनके दो तीन उद्योगपति, जो भी आपका है उसे छीन नहीं जा रहे हैं! मीडिया,आईटी,रिटर्न और पावर सेक्टर में देखिए 4-5 बिजनेसमैन और नरेंद्र मोदी ही हैं। यह चार पांच लोग देश को चला रहे हैं किसानों और आम लोग कहीं नहीं है।”