विराट कोहली ने कुछ समय पहले कहा था कि सौरव गांगुली ने उन्हें कभी टी20 की कप्तानी छोड़ने से पहले नहीं रोका था और साथ ही वनडे की कप्तानी से हटाने से पहले भी उनसे किसी भी तरह का कोई संपर्क नहीं किया गया था। कोहली ने कहा था कि मेरे साथ बीतचीत के बारे में जो कुछ भी कहा गया था वो गलत था और 8 दिसंबर को वनडे कप्तानी से हटाए जाने से सिर्फ डेढ़ घंटा पहले मुझे इसके बारे में बताया गया था। इससे पहले इसे लेकर मुझसे किसी भी तरह की कोई बात टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद नहीं की गई थी। जब मैंने टी20 टीम की कप्तानी छोड़ी, तो मैंने सबसे पहले BCCI से संपर्क किया और उन्हें अपने फैसले से अवगत कराया और उनके सामने अपनी बात रखी। मैंने कारण बताया कि मैं टी20 कप्तानी क्यों छोड़ना चाहता था और मेरे विचार को बहुत अच्छी तरह से सुना गया था। ये कोई अपराध नहीं था और मुझे कोई झिझक नहीं थी। इसके बाद मुझसे एक बार भी नहीं कहा गया था कि आपको टी 20 कप्तानी नहीं छोड़नी चाहिए।
अब विराट कोहली की बातों का जवाब देते हुए सौरव गांगुली ने न्यूज 18 से कहा कि मैं इन बातों को लेकर अभी कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं और बीसीसीआई इससे उचित तरीके से निपटेगा और आप इसे बोर्ड पर छोड़ दीजिए। लेकिन अब सबसे बड़ी बात यह है कि विराट कोहली और सौरव गांगुली में झूठ कौन बोल रहा है। गांगुली ने कहा था कि हमने कोहली को टी20 की कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा था तो वहीं वनडे की कप्तानी को लेकर उनसे बात की गई थी तो वहीं कोहली ने साफ तौर पर कहा कि बीसीसीआई ने उनसे कभी भी ये बातें नहीं कही।