भारत विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिदिन दोगुनी गति से वृद्धि कर रहा है। चारों दिशाओं में हमारे देश के वैज्ञानिकों के पराक्रम का बोलबाला है उनकी प्रतिभा प्रत्येक देश में भारत वासियों को सम्मान दिला रही है। इसी क्रम में फरवरी के अंतिम सप्ताह में एक ऐसा सेटेलाइट भारत लॉन्च करेगा जो भगवद्गीता को अंतरिक्ष में लेकर जाएगा। इसके अलावा इस सेटेलाइट के द्वारा भगवद्गीता तथा प्रधानमंत्री मोदी समेत 25000 लोगों के नाम भी अंतरिक्ष में जाएंगे।नैनो सेटेलाइट का नाम भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को आकार देने वाले महान व्यक्तित्व सतीश धवन के नाम पर पड़ा है। पोलर सेटेलाइट लॉन्च व्हिकल (PSLV) द्वारा इसे लॉन्च किया जाएगा।
स्पेसकिड्ज इंडिया की संस्थापक डॉ केसन ने कहा, “अभी हम सब में बहुत उत्साह है। यह अंतरिक्ष में तैनात होने वाला हमारी पहली सेटेलाइट होगी। जब हमने मिशन को अंतिम रूप दिया, तो हमने लोगों से नाम भेजने को कहा जो अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे। और, एक सप्ताह के भीतर हमें 25 हजार एंट्रीज मिलीं। इनमें से 1,000 नाम भारत के बाहर के लोगों द्वारा भेजे गए थे। हमने ऐसा करने का फैसला किया क्योंकि यह मिश अंतरिक्ष विज्ञान में लोगों के हित को बढ़ावा देगा। जिन लोगों के नाम भेजे जाएंगे, उन्हें “बोर्डिंग पास” भी दिया जाएगा।”
केसन ने आगे बताया कि दूसरे अंतरिक्ष मिशनों की तर्ज पर उन्होंने भी भगवता गीता को अंतरिक्ष में भेजने का फैसला लिया। इससे पहले भी लोग बाइबल जैसी पवित्र पुस्तकों को अंतरिक्ष में ले जा चुके हैं। हमने टॉप पैनल पर प्रधानमंत्री के नाम और फोटो को भी जोड़ दिया है। इस सेटेलाइट को पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक्स और सर्किटरी सहित भारत में विकसित और गढ़ा गया है।
इस नैनो सेटेलाइट को स्पेसकिड्स इंडिया द्वारा डेवलप किया गया है। ये एक ऐसी संस्था है जो छात्रों के बीच अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देती है। ये सेटेलाइट तीन अन्य पेलोड्स अपने साथ लेकर जाएगी जिसमें अंतरिक्ष विकिरण, मैग्नेटोस्फीयर का अध्ययन और जो कम बिजली चौड़े क्षेत्र के संचार नेटवर्क का प्रदर्शन करना शामिल होगा।