कोरोना वायरस का असर प्रवासी मजदूर और श्रमिक वर्ग पर सबसे ज्यादा पड़ रहा है। कोरोना के चलते देश भर में पिछले 2 महीने से लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन के चलते दिहाड़ी मजदूर और दैनिक भत्ते पर काम करने वाले श्रमिकों की मदद के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ दिन रात मेहनत कर रहा है। संघ का उद्देश्य निस्वार्थ भाव से इस संकट की घड़ी में मजदूरों की सेवा करना रहा है जिसके तर्ज पर हर रोज़ लाखों मजदूरों तक जरुरी सुविधाओं का वितरण किया जा चुका हैं।
सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से कुछ आंकड़े जारी किए गए है। संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा लॉकडाउन के बीच 20 मई 2020 तक किए गए सेवा कार्य के ये आंकड़े प्रेरणा केंद्र ने जारी किए गए है। आंकड़ों के मुताबिक संघ के विभागों के 4,79,949 कार्यकर्ताओं ने पूरे देश में 85,701 स्थानों पर विभिन्न प्रकार से सेवा के कार्य किए हैं। कुल मिलाकर अभी तक संघ की ओर से 27,98,091 प्रवासी मजदूरों को सीधे सहायता पहुँचाई जा चुकी हैं।
संघ के सेवा कार्यों में अनाज वितरण के अलावा रक्त दान भी किया जा रहा हैं। कई जगाहों पर शिविर लगाकर संघ के कार्यकर्ताओं ने अभी तक 39,851 यूनिट रक्त दान किया है। इसके अलावा महामारी के बीच 1,10,55,450 जरूरतमंदों को राशन की किट वितरित की गई हैं।
राशन किट के अलावा संघ ने लगातार जरूरतमंदों तक पके हुए भोजन की सहायता भी पहुंचाई है। संघ ने पूरे भारत में 7,11,46,500 भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं। गौरतलब है लॉकडाउन के पहले चरण से ही RSS के स्वयं सेवक प्रवासी वर्ग के लिए लगातार राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। हर राज्य के हजारों स्वयं सेवकों के राहत कार्यों की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है।