तेजस्वी यादव की पार्टी स्वयं को एक सेकुलर पार्टी बताती है, लेकिन उसकी धर्मनिरपेक्षता केवल कार सेवा करने जा रहे लोगों को रोकने में दिखाई देती है। कहा जाता है कि अनपढ़ व्यक्तियों को यदि सत्ता में बैठा दिया जाए तो उनका दिमाग ठिकाने पर नहीं रहता, एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने हिंदू समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कब तक उनके देवी देवताओं का अपमान होता रहेगा? राष्ट्रीय जनता दल के विधायक सतीश कुमार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें में भगवान शिवलिंग की पूजा और मां दुर्गा को लेकर अभद्र टिप्पणियां करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में विधायक द्वारा देवी-देवताओं पर अमर्यादित टिप्पणी की गई लगभग 3 मिनट के इस वीडियो उन्होंने अपनी वास्तविकता का पूरा परिचय दिया।
इस वीडियो में बुद्धिजीवी विधायक कह रहे हैं शिव के लिंग को पूजने वाले समाज से भी बेशर्म कोई समाज है क्या? होली तथा होलिका पर राष्ट्रीय जनता दल के इस बुद्धिजीवी विधायक ने कहा, “होलिका कौन थी?फिर उसका खुद ही जवाब देते हुए बोले, होली का घर की बेटी ही थी जैसे मुट्ठी भर लोगों ने बलात्कार करने के पश्चात जिंदा जला दिया!” उसी के बाद समाज खुशी के रूप में होली का पर्व मनाता है और रंग गुलाल लगाता है यह कैसा पर्व है? जिसमें ससुर और जेठ भी अपनी बहू को रंग लगाते हैं और कहते हैं बुरा न मानो होली है। ”
विधायक द्वारा दिए गए इस बेहूदा बयान पर अब हिंदुओं की भावनाएं भड़क उठी है। हमेशा की तरह भारतीय जनता पार्टी को ही हिंदुत्व की तरफ से बोलना पड़ रहा है। आरजेडी विधायक पर निशाना साधते हुए श्री राम सेना समेत विभिन्न संगठन के लोगों ने आक्रोश जताया है और अरवल मोड़ पर विधायक का पुतला दहन कर स्थानीय प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। श्री राम सेना के कार्यकर्ताओं ने विधायक के बयान की निंदा की और सनातन धर्म के लोगों की मान्यताओं को आहत करने का आरोप लगाया।