अयोध्या में रामजन्मभूमि के निर्माण कार्य को लेकर मंदिर परिसर की भूमि को समतलीकरण करने के बाद अब भगवान शशांक शेखर का अभिषेक कर दिया गया है। इसी के साथ राम मंदिर निर्माण की उलटी गिनती शुरू हो गयी है।
बुधवार को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने मंदिर परिसर के कुबेर टीले पर विराजे भगवान भोले नाथ के शास्त्रों में से एक शशांक शेखर का रुद्राभिषेक कर मंदिर निर्माण का शुभारंभ किया।
महंत कमल नयन दास ने करीब 2 घंटे भगवान शिव की पूजा की और अभिषेक किया। महंत कमल दास का मानना है कि मंदिर निर्माण से पहले भगवान शिव की पूजा का अपना महत्व है क्योंकि लंका विजय से पहले श्री राम ने भी रामेश्वरम में भोलेनाथ की पूजा करके अपने विजय अभियान की शुरुआत की थी।
यही कारण है कि जब महंत कमल नयन दास की नजर मंदिर परिसर में कुबेर टीले पर रखे शशांक शेखर पर पड़ी थी तभी उन्होंने मंदिर निर्माण के फलीभूत होने के लिए भगवान शिव की पूजा करने का निर्णय लिया था।
इस अभिषेक के लिए ट्रस्ट की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी विशेष तौर पर न्योता भेजा गया था। हालांकि कोरोना संकट के चलते पीएम मोदी अयोध्या नहीं जा सके। वहीं अब इस अभिषेक के बाद ऐसा माना जा रहा है कि ट्रस्ट की ओर से जल्द मंदिर निर्माण के शिलान्यास की तारीख का ऐलान भी किया जा सकता है। खबरों की माने तो शिलान्यास का मुहूर्त जुलाई महीने में देवशयन एकादशी पर निकाला जा सकता है।
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