आज लोकसभा की कार्रवाई के दौरान सदन में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों तथा बैंक कर्मियों की हड़ताल का मामला उठा। संसद में सदस्यों ने सरकार से रेलवे के निजीकरण के बारे में सवाल पूछे। जिसका जवाब खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दिया।लोकसभा में बोले रेल मंत्री पीयूष गोयल, ‘हम पर रेलवे के निजीकरण का आरोप लगाया गया है, लेकिन लोग कभी यह नहीं कहते हैं कि केवल सरकार के वाहनों को सड़कों पर चलना चाहिए, ऐसा इसलिए है क्योंकि प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह के वाहन आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। रेलवे में निजी निवेश का हमें स्वागत करना चाहिए क्योंकि इससे सेवाओं में सुधार होगा।’
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में कहा, ‘लगभग 1,000 रेलवे स्टेशनों और 400 रेलवे भवनों पर सोलर पैनल लगाए गए हैं। 2030 तक, भारत ‘नेट जीरो रेलवे’ बनने वाला दुनिया का पहला देश होगा। यात्री सुरक्षा और निवेश पर हमारा जोर रहा। रेलवे दुर्घटना के कारण मार्च 2019 में अंतिम किसी यात्री की मृत्यु हुई थी, लेकिन लगभग 2 वर्षों में (2019-2021 के बीच) कोई भी मृत्यु नहीं है। covid-19 के कारण लगभग 2 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन और पानी की बोतलों के वितरण के साथ प्रवासी मजदूरों के लिए रेलवे ने लगभग 4,600 श्रमिक स्पेशल की व्यवस्था की।”