कोरोना संक्रमण के कारण भारतीय रेल व्यवस्था भी बहुत दिनों के लिए रुक गई थी। जिसके कारण भारत को आर्थिक मोर्चे पर भी एक तगड़ा झटका लगा है। अब यह कहा जा रहा है कि देश में 12 सितंबर से 80 नई विशेष ट्रेनों को चलाया जाएगा। तथा इसके लिए आरक्षण व्यवस्था 10 सितंबर से प्रारंभ हो जाएगी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने शनिवार को यह बताया कि जल्द ही इसके बारे में पूरी अधिसूचना जारी की जाएगी। यह स्पेशल ट्रेनें मौजूदा वक्त में चल रहीं ट्रेनों के अतिरिक्त होंगीं। इन विशेष ट्रेनों के परिचालन की निगरानी भी की जाएगी। आवश्यकता के अनुसार जहां नई ट्रेनों की आवश्यकता होगी वहां नई ट्रेनें भी भेजी जाएंगी।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष बीके यादव ने यह बताया कि परीक्षाओं के लिए या ऐसे ही किसी खास उद्देश के लिए राज्य सरकारों के अनुरोध किए जाने पर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कि कोरोना के कारण मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन योजना अपने सीमित समय 2023 तक पूरी नहीं हो सकेगी। इस संकट के चलते कई निविदाएं खोलने और भूमि के अधिग्रहण करने में देरी हो गई है। यही नहीं परियोजना की लागत भी 1.08 लाख करोड़ से बढ़कर 1.70 लाख करोड़ हो गई है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने अभी तक मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए 63 फ़ीसदी जमीन अधिग्रहित है। महाराष्ट्र के पालघर और गुजरात के नवसारी जैसे इलाकों में जमीन अधिग्रहण करने में अभी भी दिक्कतें आ रही हैं। पिछले साल इस कंपनी ने निर्माण कार्यों के लिए 9 निविदाएं जारी की थी, लेकिन महामारी के कारण उन्हें नहीं खोला जा सका। एक रिपोर्ट के अनुसार अकेले पश्चिम रेलवे को कुल 2255 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है।