आप सभी जानते हैं कि भारत की संस्कृति में पर्वों का बहुत महत्व है। हालांकि पूरे देश के लोग विभिन्न धर्मों के पर्व मनाते हैं लेकिन प्रत्येक प्रदेश के कुछ प्रमुख पर्व भी हैं। इसी तरह पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख उत्सव है – दुर्गापूजा, जब मां दुर्गा की नौ दिनों तक पूजा की जाती है। यह त्योहार पूरे पश्चिम बंगाल में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इसी बीच सोशल मीडिया पर यह प्रचारित होने लगा था कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य में दुर्गा पूजा की अनुमति नहीं दी है। इसके बाद विरोध के स्वर उत्पन्न हो गए और राज्य की भाजपा ने भी ममता बनर्जी पर निशाना साधना शुरु कर दिया।
हालांकि टीएमसी का यह कहना है कि यह सब वास्तव में भारतीय जनता पार्टी का किया हुआ है। बीजेपी के पास ममता बनर्जी के खिलाफ कहने को कुछ नहीं है इसीलिए वे पश्चिम बंगाल के लोगों के साथ गंदी राजनीति कर रहे हैं। सभी ने देखा और सुना है कि जब दुर्गा पूजा का अवसर आता है तो भाजपा द्वारा इस तरह की गंदी राजनीति की जाती है। दुर्गा पूजा को रोकने के संबंध में अभी तक कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही है। लेकिन इसके लिए जिम्मेदार लोगों के साथ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मामले में सोशल मीडिया पर विरोध इतना ज्यादा बढ़ गया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को खुद पश्चिम बंगाल की जनता के सामने आना पड़ा। और उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यदि मेरे ऊपर ही आरोप साबित होता है तो मैं 100 बार बैठक करूंगी!