शिलान्यास कार्यक्रम में बोले प्रधानमंत्री, “संघर्ष, बलिदान और त्याग से हुआ राममंदिर का स्वप्न साकार”

498 साल बाद अयोध्या के लिए शुभ दिन आया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज भव्य राम मंदिर का शिलान्यास किया। शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री ने सियावर रामचंद्र के जय उदघोष के साथ अपना भाषण शुरू किया। इस भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान श्रीराम के संबंध में अपनी भावनाओं को प्रकट किया।

0
657

प्रधानमंत्री मोदी ने आज अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का शिलान्यास किया और उसके बाद राम भक्तों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि मुझे तो यहां आना ही था क्योंकि बिना राम का काम किए मुझे आराम कैसे आ सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारतवर्ष भास्कर के सानिध्य में सरयू के किनारे एक नया इतिहास रच रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने सियावर रामचंद्र के जय उद्घोष से अपना भाषण शुरू किया और कहा, “इस नारे की गूंज केवल अयोध्या नगरी में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में है। पूरे विश्व में फैले राम भक्तों को और देशवासियों को इस फैसले की बहुत-बहुत बधाई। मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है कि “राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मुझे भूमि पूजन के लिए आमंत्रित किया है। मैं हृदय पूर्वक उनका आभार व्यक्त करता हूं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि आप बताइए हमारे साथ क्या प्रयास नहीं हुए। इमारतें नष्ट की गयीं, अस्तित्व को मिटाने की कोशिश हुई, लेकिन भगवान श्री राम हमारे दिलों में आज भी बसे हुए हैं।

सदियों का स्वप्न हो रहा है साकार

प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर आंदोलन और अयोध्या के पुराना इतिहास को याद करते हुए कहा, “आज सदियों की प्रतीक्षा समाप्त हो रही है। कई लोगों को तो विश्वास ही नहीं हो रहा है कि वे अपने जीते जी भगवान राम के भव्य मंदिर को देख पाएंगे। बरसों टेंट में रहने के बाद अब हमारे रामलला के लिए भव्य राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। सदियों से टूटना और फिर उठ खड़ा होना, अब इस परंपरा से अयोध्या को मुक्ति मिलने वाली है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय इतिहास को याद करते हुए कहा, “भारत वासियों ने सदैव संघर्ष किया है। आजादी के समय कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब भारत वासियों ने कोई आंदोलन न किया हो। जिस तरह 15 अगस्त का दिन उन सभी बलिदानों का प्रतीक है। वैसे ही आज का दिन कई पीढ़ियों के सदियों तक किये अथक प्रयास का प्रतीक है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि भगवान राम केवल भारत तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि विदेशों में भी भगवान राम को पूजने वाले लोग रहा करते हैं।

Image Source: Tweeted by @BJP4India

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here