आज राज्यसभा के 4 सांसदों की विदाई हुई जिनमें कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद भी शामिल है। गुलाम नबी आजाद की विदाई पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके साथ बिताए हुए कुछ पलों का जिक्र भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकी घटना के बाद गुलाम नबी आजाद से हुई बातचीत के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा एक मित्र के रुप में, मैं गुलाम नबी आजाद का घटनाओं और अनुभवों के आधार पर सम्मान करता हूं। प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में कहा, “जब मैं मुख्यमंत्री था तब वे भी जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री थे, हमारी बहुत निकटता रही है। एक बार गुजरात के यात्रियों पर जम्मू कश्मीर के आतंकवादियों ने हमला कर दिया था जिसमें 8 लोग मारे गए थे। अब से पहले गुलाम नबी आजाद का मुझे फोन आया। वह फोन पर सूचना देने का नहीं था उनके आंसू ही नहीं रुक रहे थे।”
You should return to the House. If the Congress doesn't bring you back, then, we are ready to do it. This House needs you: Union Minister and RPI leader Ramdas Athawale during farewell to retiring Congress Rajya Sabha MP Ghulam Nabi Azad pic.twitter.com/ITNxRuLIST
— ANI (@ANI) February 9, 2021
पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्य सभा में कहा, “मुझे चिंता इस बात की है कि गुलाम नबी जी के बाद जो भी इस पद को संभालेंगे, उनको गुलाम नबी जी से मैच करने में बहुत दिक्कत पड़ेगी। क्योंकि गुलाम नबी जी अपने दल की चिंता करते थे, लेकिन देश और सदन की भी उतनी ही चिंता करते थे।” भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में कहा, “गुलाम नबी आजाद जी, शमशेर सिंह जी, मीर मोहम्मद फैयाज जी और नादिर अहमद जी। मैं आप चारों महानुभावों को इस सदन की शोभा बढ़ाने के लिए, आपके अनुभव, आपके ज्ञान का सदन को और देश को लाभ देने के लिए और आपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान के लिए आपके योगदान का धन्यवाद करता हूं…”
Watch my remarks in the Rajya Sabha. https://t.co/Cte2AR0UVs
— Narendra Modi (@narendramodi) February 9, 2021