भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक चेहरा देश के नेताजी के नाम से प्रख्यात सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती को देश में धूमधाम से मनाने की तैयारी चल रही है। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ‘नेता जी सुभाष चंद्र बोस की वीरता सर्वविदित है। नेताजी जैसे स्कॉलर, सोल्जर और स्टेट्समैन की 125वीं जयंती से जुड़े कार्यक्रमों की घोषणा हम जल्द करेंगे। उसके लिए एक हाई लेवल कमेंटी बनाई जा चुकी है। आइए इस अवसर को भव्य तरीके से मनाया जाए।
Netaji Subhas Bose’s bravery is well-known. A scholar, soldier & statesman par excellence, we are soon to commence his 125th Jayanti celebrations. For that, a high-level committee has been formed. Come, let us mark this special occasion in a grand manner! https://t.co/kJedlpOHIU
— Narendra Modi (@narendramodi) December 21, 2020
आपको बता दें कि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बंगाल चुनाव में बढ़े सरगर्मी के बीच केंद्र सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाने के लिए सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है। हालांकि बाद में इसकी पुष्टि संस्कृति मंत्रालय की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के जरिए हो गई हैं। विज्ञप्ति के मुताबिक यह समिति अगले साल 23 जनवरी से एक वर्ष तक 125वीं जयंती के वर्ष में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों व समारोहों की रूपरेखा तय करेगी। भारत के स्वाधीनता संग्राम में बोस की भूमिका को देखते हुए केंद्र सरकार ने व्यापक स्तर पर उनकी जयंती मनाने का फैसला किया है।
दरअसल इस फैसले को बंगाल चुनाव से भी जोड़ा जा रहा है नेताजी सुभाष चंद्र बोस पश्चिम बंगाल में न सिर्फ एक क्रांतिकारी के तौर पर देखे जाते हैं बल्कि समाज में उनका गहरा प्रभाव है, और बीजेपी बंगाल की सत्ता में विराजमान होने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और इसीलिए ऐसा माना जा रहा है बीजेपी बंगाली लोगों के मन में प्रभाव को वोटिंग के जरिए भुनाना चाहती है।