लद्दाख जाकर प्रधानमंत्री मोदी ने की भारतीय सैनिकों से मुलाकात, डगमगाए चीन के कदम

भारत-चीन झड़प के 18 दिन बाद प्रधानमंत्री मोदी आज अचानक लद्दाख में भारतीय सैनिकों के बीच पहुंच गए। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सैनिकों का हौसला बढ़ाया और उन्हें भारत की असली ताकत बताया। प्रधानमंत्री मोदी के इस लद्दाख दौरे से चीन में खलबली मच गई है।

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प्रधानमंत्री मोदी ने अचानक गुरुवार को लद्दाख जाकर भारतीय सैनिकों से मुलाकात की और भारतीय सैनिकों का अभिवादन किया। प्रधानमंत्री मोदी के लद्दाख पहुंचने के बाद घाटी में भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे गूंजने लगे। प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सैनिकों की तारीफ में रामधारी सिंह दिनकर की कविता का एक अंश पढ़ा~

“उनके सिंहनाद से सहमी,
धरती रही अभी तक डोल
कलम आज उनकी जय बोल।”

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सम्बोधन में भारतीय सैनिकों को कहा कि आपकी शौर्य, वीरता और समर्पण अतुलनीय है। आप इतनी ऊंचाई पर जिस तरह से भारत माता की सेवा करते हैं। इसका मुकाबला दुनिया में कोई नहीं कर सकता। प्रधानमंत्री मोदी ने बातों ही बातों में चीन पर निशाना साधते हुए कहा, “दुनिया जानती है विश्व युद्ध हो या विश्व शांति की बात हो भारत का पराक्रम विश्व में देखा है। हम सभी जानते हैं कि वीरता ही शांति की शर्त होती है। कमजोर शांति का प्रस्ताव नहीं ला सकता। भारत नभ,जल और थल में पराक्रम को बढ़ा रहा है तो इसका कारण केवल मानव कल्याण ही है। हमने हमेशा मानव कल्याण के लिए ही कार्य किया है।”

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पीएम के दौरे से बौखलाया चीन

प्रधानमंत्री मोदी के लद्दाख जाने से चीन में खलबली चुकी है। इसी मामले पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा, “भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव कम करने के लिए सैन्य और कूटनीतिक माध्यमों से बातचीत जारी है। इस समय किसी भी पक्ष को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे की दोनों देशों के बीच और तनाव बढ़े।” इस बयान से साफ जाहिर है कि प्रधानमंत्री मोदी के लद्दाख दौरे से चीन की धड़कन तेज हो गई है।

हम बांसुरी धारी को भी पूजते हैं और सुदर्शन धारी को भी

प्रधानमंत्री मोदी ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि अब विस्तारवाद का युग खत्म हो चुका है। हम विकासवाद के लिए समर्पित हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भी इस देश की बात होती है तो हमें केवल दो माता याद आती हैं पहली भारत माता और दूसरी माता जिन्होंने अपने वीर सपूतों को सरहद की सुरक्षा के लिए भेजा है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में भगवान श्रीकृष्ण के दोनों रूपों को याद करते हुए कहा, “हम बांसुरीधारी को भी पूजते हैं और हम सुदर्शनधारी को भी अपना आदर्श मानते हैं। जिस भारत के सपने को लेकर आप सरहद की सुरक्षा कर रहे हैं हम आपके सपनों का भारत बनाकर रहेंगे।”

Image Source: Tweeted by @BJP4India

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