आज प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रारंभ की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 5 साल पूरे हुए। 5 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने इसके लाभार्थियों को शुभकामनाएं भी दी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देश में कृषि फसलों को प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान पर बीमा सुरक्षा देने और किसानों का जोखिम कम करने के उद्देश्य से इस योजना को लागू किया गया था। पहले की सभी फसल बीमा योजनाओं की समीक्षा के पश्चात प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने यह योजना लागू की थी। इसमें प्रति हेक्टेयर फसल पर मिलने वाले बीमा कवर में बढ़ोतरी की गई थी। किसानों के प्रीमियम को न्यूनतम करने के लिए बीमा प्रीमियम पर सब्सिडी का प्रावधान किया गया था। इसके अलावा दावा निपटान इत्यादि के लिए भी कई पहल की गई थी।
पीएम ने लाभार्थियों को दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना के लाभार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “देश के अन्नदाताओं को प्रकृति के प्रकोप से सुरक्षा प्रदान करने वाली पीएम फसल बीमा योजना के आज 5 साल पूरे हो गए हैं। इस स्कीम के तहत नुकसान का कवरेज बढ़ने और जोखिम कम होने से करोड़ों किसानों को लाभ हुआ है। इस योजना के सभी लाभार्थियों को मेरी ओर से अनंत शुभकामनाएं।”
इस योजना के तहत फसल की बुवाई के पहले से लेकर कटाई के बाद तक की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बीमा सुरक्षा प्रदान की गई। आपदा के चलते किसान के बुबाई न कर पाने ओलावृष्टि,भूस्खलन और जलभराव की स्थानीय आपदा मानने और कटाई के बाद खेत में 14 दिन तक फसल रहने के दौरान बीमा सुरक्षा प्रदान की गई। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार इस योजना के तहत सालाना आधार पर कई 5.5 करोड़ किसानों के आवेदन मिलें हैं। इसके तहत अब तक 90 हजार करोड़ के दावों का निपटान किया जा चुका है। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान भी 70 लाख किसानों को लाभ हुआ। इस दौरान 8741.30 करोड रुपए के दावों की रकम के खाते में भेजी गई।