दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुए उपद्रव में निश्चित रूप से देश को दहला दिया है और अब दिल्ली पुलिस तथा उत्तर प्रदेश की पुलिस एक्शन में आ चुकी है दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर जाकर आज ही सड़क खाली करने को कह दिया है पुलिस पहुंचने के साथ ही गौरीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों की वाटर सप्लाई काट दी गई है पुलिस ने यहां लगाए पोर्टेबल टॉयलेट बढ़ाने शुरू कर दिए हैं यूपी रोडवेज की दर्जनों बसों को यहां लाकर खड़ा कर दिया गया है उधर बागपत में 40 दिन से आंदोलन कर रहे किसानों को बुधवार ने रात में हटा दिया।
किसान नेताओं के खिलाफ होगी कार्रवाई
इसके अलावा मंगलवार को 15 में शामिल रहे किसान नेताओं के खिलाफ गुरुवार को लुक आउट नोटिस जारी कर दिया गया है। अब उनके पासपोर्ट भी जब्त किए जाएंगे ताकि वह बिना इजाजत विदेश ना जा सके। सूत्रों के अनुसार यह भी बताया जा रहा है कि क्षेत्र से ज्यादा नेताओं के खिलाफ पुलिस ने बुधवार को एफ आई आर दर्ज की है और उनमें से 20 लोगों के खिलाफ नोटिस भी जारी कर दिया गया है। कई मीडिया रिपोर्ट चाहिए बताती हैं कि लाल किले में हिंसा करने वाले लोगों पर पुलिस ने राजद्रोह का केस दर्ज किया है इसके अलावा पुलिस ने 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी करके पूछा था क्यों ना आपके खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही कर दी जाए 3 दिन में इसका जवाब दीजिए?
Delhi Police has put up notice outside Bharatiya Kisan Union spokesperson Rakesh Tikait's tent at Ghazipur border. pic.twitter.com/OzRQM8tJKJ
— ANI (@ANI) January 28, 2021
इनमें से छह के नाम अभी तक सामने आए हैं यह नेता है राकेश टिकैत,योगेंद्र यादव,दर्शन पाल, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर सिंह राजेवाल और जगतार सिंह बाजवा। किसानों के हितेषी राकेश टिकैत के टेंट पर भी पुलिस ने नोटिस चिपका दिया है जगतार सिंह बाजवा ने भी मीटिंग में होने वाली बात कहकर नोटिस नहीं लिया। पुलिस ने उनके टेंट पर भी नोटिस चिपका दिया है।