भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शिलांग में 7500 वें जन औषधि केंद्र की शुरुआत की। इस दौरान पीएम ने जन औषधि केंद्र से होने वाले फायदों के बारे में भी चर्चा की । उन्होंने बताया कि यह औषधि केंद्र सेवा और रोजगार का माध्यम बन रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के लाभार्थियों से भी बातचीत की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दवाएं महंगी हैं, इसीलिए हमने गरीबों के लिए पीएम ‘जन औषधि’ योजना शुरू की है, जो उनके पैसे बचाता है। मैं लोगों से ‘मोदी की दुकान’ से सस्ती कीमत पर दवाइयां खरीदने का आग्रह करता हूं (लोग ‘जन औषधि केंद्र’ को मोदी की दुकान कहना पसंद करते हैं)। उन्होंने इस दौरान जन औषधि चिकित्सक, जन औषधि ज्योति और जन औषधि सारथी सम्मान पाने वाले लोगों को बधाई दी।
A decision has been taken to make available 75 Ayush medicines across Janaushadhi centres in the country: Prime Minister Narendra Modi pic.twitter.com/EW5aNDjI9B
— ANI (@ANI) March 7, 2021
पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना का मकसद लोगों को कम कीमत पर गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराना है। इन केंद्रों में 40-90 फीसद तक दवाइयां सस्ती मिलती हैं। इस वित्त वर्ष में (चार मार्च, 2021) तक इस केंद्र से दवाइयां खरीदने पर लोगों को कुल 3,600 करोड़ रुपये की बचत हुई है। जनऔषधि केंद्रों के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानकारी देने के लिए 1-7 मार्च के हफ्ते को जनऔषधि सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। इसके लिए ‘जन औषधि..सेवा भी, रोजगार भी’ का नारा दिया गया है।
Speaking at the ‘Janaushadhi Diwas’ celebrations. #JanJanKeLiyeAushadhi https://t.co/kqNACe2aAE
— Narendra Modi (@narendramodi) March 7, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया, “जनऔषधि योजना से पहाड़ी क्षेत्रों, नॉर्थईस्ट,जनजातीय क्षेत्रों में रहने वाले देशवासियों तक सस्ती दवा देने में मदद मिल रही है। आज जब 7500वे केंद्र का लोकार्पण किया गया तो वो शिलांग में हुआ है। इससे स्पष्ट है कि नॉर्थ-ईस्ट में जनऔषधि केंद्रों का कितना विस्तार हो रहा है।” उन्होंने कहा कि समय तक देश की सरकारी सोच में स्वास्थ्य को सिर्फ बीमारी और इलाज का ही विषय माना गया। लेकिन स्वास्थ्य का विषय सिर्फ बीमारी से मुक्ति दिलाना नहीं है,ये देश के पूरे सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने को प्रभावित करता है।