‘मन की बात’ में बोले PM मोदी- कोरोना की जंग में योग सबसे अहम, यहां जाने उनके कार्यक्रम की बड़ी बातें

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कोरोना संकट के चलते देश में जारी लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिये देश को संबोधित किया। अपने इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने देश की जनता को भरोसा दिलाया कि भारत कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मजबूती से अपनी भूमिका निभा रहा है। इसके अलावा उन्होंने देश की जनता से अपील करते हुए एक दूसरे से दूरी बनाए रखने का आग्रह भी किया।

पीएम मोदी ने कहा अब जब देश से लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है तो ऐसे में जरुरी हो गया है कि लोग अब और सतर्क रहें और सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन करें। इसके अलावा उन्होंने अपने कार्यक्रम में कोरोना के खिलाफ योग की भूमिका पर भी अपने विचार रखे। आइए नजर डालते है पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम की कुछ बड़ी और प्रमुख बातें।

योग और आयुर्वेद के प्रति जागरूक हुए लोग

पीएम मोदी ने कोरोना की जंग में योग और आयुर्वेद की भूमिका पर बात करते हुए कहा ‘लोगों ने योग और उसके साथ-साथ आयुर्वेद के बारे में और ज्यादा जानना चाहा है, उसे अपनाना चाहा है। कितने ही लोग, जिन्होंने कभी योग नहीं किया, वो भी या तो ऑनलाइन योग क्लास से जुड़ रहे हैं या फिर ऑनलाइन वीडियो के माध्यम से भी योग सीख रहे हैं। कोरोना हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करता है। योग में तो रेस्पिरेटरी सिस्टम को मजबूत करने वाले कई तरह के प्राणायाम हैं, जिनका असर हम लंबे समय से देखते आ रहे हैं।’

2 गज दूरी और जरुरी: PM मोदी

पीएम मोदी ने जनता से अब और ज्यादा सावधान रहने का आग्रह किया और कहा ‘आपको, आपके परिवार को, कोरोना से अभी भी उतना ही गंभीर खतरा हो सकता है। हमें, हर इंसान की जिन्दगी को बचाना है, इसलिए, दो गज की दूरी, चेहरे पर मास्क, हाथों को धोना, इन सब सावधानियों का वैसे ही पालन करते रहना है जैसे अभी तक करते आए हैं।’

1 करोड़ के पार हुई आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की संख्या

पीएम मोदी ने कहा ‘कुछ ही दिनों पहले आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की संख्या 1 करोड़ के पर हो गयी है। आयुष्मान भारत’ योजना के साथ एक बहुत बड़ी विशेषता portability की सुविधा भी है। Portability ने, देश को, एकता के रंग में रंगने में भी मदद की है, यानी, बिहार का कोई गरीब अगर चाहे तो, उसे, कर्नाटक में भी यह सुविधा मिलेगी, जो उसे, अपने राज्य में मिलती। गरीबों की चिंता को दूर करने के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की गई थी। आयुष्मान भारत’ योजना ने गरीबों के पैसे खर्च होने से बचाए है। मैं, ‘आयुष्मान भारत के सभी लाभार्थियों के साथ-साथ मरीजों का उपचार करने वाले सभी डॉक्टरों, nurses और मेडिकल स्टाफ को भी बधाई देता हूँ।

पानी की एक-एक बूंद को बचाना होगा

उन्होंने कहा ‘हम बार-बार सुनते हैं जल है तो जीवन है – जल है तो कल है’, लेकिन, जल के साथ हमारी जिम्मेवारी भी है। हमें पानी की एक-एक बूंद को बचाना है। कुछ सरल उपायों के साथ हम पानी का संरक्षण कर सकते है। इस वर्षा ऋतु में, हम सब का प्रयास रहना चाहिए कि हम पानी को बचाएँ, पानी को संरक्षित करें।’

पर्यावरण दिवस पर कुछ पेड़ अवश्य लगाए: मोदी

स्वच्छ पर्यावरण सीधे हमारे जीवन, हमारे बच्चों के भविष्य का विषय है। इसलिए, हमें व्यक्तिगत स्तर पर भी इसकी चिंता करनी होगी। मेरा आपसे अनुरोध है कि इस ‘पर्यावरण दिवस’ पर, कुछ पेड़ अवश्य लगाएँ और प्रकृति की सेवा के लिए कुछ ऐसा संकल्प अवश्य लें।

टिड्डियों या Locuts हमले का किया जिक्र

पिछले कुछ दिनों में हुए टिड्डियों के हमले का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा एक तरफ जहाँ पूर्वी भारत तूफान से आयी आपदा का सामना कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ, देश के कई हिस्से टिड्डियों या locust के हमले से प्रभावित हुए हैं। इन हमलों ने फिर हमें याद दिलाया है कि ये छोटा सा जीव कितना नुकसान करता है। टिड्डी दल का हमला कई दिनों तक चलता है, बहुत बड़े क्षेत्र पर इसका प्रभाव पड़ता है।

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