आज संविधान दिवस है और आज ही के दिन 26 नवंबर 2008 को मई में एक आतंकी हमला हुआ था जिसमें भारत के बहुत सारे जांबाज बेटे शहीद हो गए थे। संविधान दिवस के इस खास मौके पर आज प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संबोधित किया।इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान और कानून को लेकर कई प्रमुख बातें कहीं! इस दौरान उन्होंने 26/11 मुंबई आतंकी हमले को याद करते हुए हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की!.. उन्होंने देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी!..केवड़िया में 80 वें भारतीय पीठासीन अधिकारियों के मान्य सत्र के समापन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने यह सब प्रमुख बातें कहीं।
समय के साथ जो कानून अपना महत्व खो चुके हैं, उनको हटाने की प्रक्रिया भी आसान होनी चाहिए। बीते सालों में ऐसे सैकड़ों कानून हटाए जा चुके हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/wSYcBG6hmp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2020
इस खास मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हर नागरिक का आत्मसम्मान और आत्मविश्वास बढ़े!…यह संविधान की भी अपेक्षा है और हमारा भी यह निरंतर प्रयास है,यह तभी संभव है जब हम सभी अपने कर्तव्यों को अपने अधिकारों का स्रोत मानेंगे और अपने कर्तव्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारे यहां बड़ी समस्या यह भी है कि संवैधानिक और कानूनी भाषा उस व्यक्ति को समझने में मुश्किल होती है जिसके लिए वह कानून बना है। मुश्किल शब्द लंबी-लंबी लाइनें बड़े-बड़े पैराग्राफ क्लोज सबक्लॉज या नहीं जाने अनजाने एक मुश्किल जाल बन जाता है। हमारे कानूनों की भाषा इतनी आसान होनी चाहिए कि सामान्य से सामान्य व्यक्ति भी उसको समझ सके हम भारत के लोगों ने यह संविधान खुद को दिया है इसीलिए इसके तहत लिए गए हर फैसले हर कानून से सामान्य नागरिक सीधा कनेक्ट महसूस करें, यह सुनिश्चित करना होगा। जो कानून समय के साथ अपना महत्व खो चुके हैं उनको हटाने की प्रक्रिया भी आसान होनी चाहिए। बीते सालों में ऐसे सैकड़ों कानून हटाए जा चुके हैं।”
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