जहानाबाद। बिहार सरकार की हठधर्मिता और कोरोना के कहर, दोनों से अपनी लड़ाई को जारी रखने का फैसला बिहार राज्य के नियोजित शिक्षकों ने किया है। आज हड़ताल के 24वें दिन नियोजित शिक्षकों ने संघ भवन में भूख हड़ताल कर अपनी मंशा जाहिर कर दी। शिक्षक एक तरफ तो भूख हड़ताल कर अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं वहीं कोरोना वायरस से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। संघ के सचिव विद्यानंद शर्मा ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में भी सरकार की संवेदना नहीं जाग रही है। बिहार सरकार को न तो शिक्षकों की चिंता है और न ही कई दिनों से ठप्प पड़े शिक्षा से-ही कोई सरोकार रह गया है। ऊपर से सरकार द्वारा हड़ताली शिक्षकों के ऊपर दमनात्मक कारवाई करने का आदेश दिया है।
श्री शर्मा ने बिहार सरकार को आगाह करते हुए कहा कि यदि सरकार द्वारा कोई भी उकसाने वाली कारवाई हुई तो इसके बाद उत्पन्न परिस्थिति के लिए वह खुद जिम्मेदार होगी। अध्यक्ष विद्यानंद शर्मा ने कहा कि सरकार को राज्य शिक्षक संघ के शीर्ष नेताओं से वार्ता कर शिक्षकों के जरुरी मांगो पर गौर करना चाहिए। संकट की इस घड़ी में भी शिक्षक अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करते आ रहे हैं और लोगों में कोरोना से लड़ने की जागरूकता फैला रही है। यदि सरकार अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ती है तो मजबूरन आंदोलन को और उग्र हो जाना स्वाभाविक होगा। संघ के सचिव ने बताया कि शुक्रवार से कई विद्यालयों के सामने धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। मौके पर दर्जनों शिक्षक एवं शिक्षिका मौजूद थे।