सोशल मीडिया के बाद पीएम मोदी पिछले वर्ष टीवी पर भी छाए रहे। बार्क द्वारा जारी नए आंकड़े के मुताबिक लोगों ने पीएम मोदी के संबोधन को टीवी पर खूब देख है और सुना है। चाहे वो लॉकडाउन की बात हो या फिर कोरोना काल में लाल किले से संबोधन। देश की जनता ने पीएम मोदी को खूब सराहा है और टीवी पर देखा भी है। पीएम मोदी की बातों का ही असर है कि सघन आबादी वाले देश होने के बावजूद भी अन्य देशों के अपेक्षा यहां कम मौत हुई है।
आपको बता दे कि बार्क द्वारा जारी किए आंकड़े के अनुसार पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी द्वारा दिए गए सबसे लंबे भाषण को 13.3 करोड़ लोगों ने देखा। बार्क ने बताया कि वर्ष 2020 में वर्ष 2019 के मुकाबले दर्शकों की संख्या 40 फीसद ज्यादा रही।
गांव से लेकर शहर तक चला जादू
कोराना काल में पीएम मोदी का जलवा अपने चरमोत्कर्ष पड़ रहा। गांव हो या शहर सभी जगहों के लोगों ने पीएम मोदी के द्वारा दिए गए भाषण को देखा और सुना। चाहे अंतरराष्ट्रीय मुद्दा हो या फिर देशहित का कोई मुद्दा हो सभी को देश के लोगों ने खूब देखा और सुना। साथ ही पीएम मोदी द्वारा किए गए सराहनीय कार्य को सराहा भी है। बार्क द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार पीएम मोदी के कार्यक्रम को जब जब प्रसारित किया गया है तब तब दर्शकों की संख्या में जबरदस्त उछाल आया है।
आपको बता दे कि बार्क ने अपनी रिपोर्ट में पीएम के कार्यक्रमों को तीन ट्रेंड में बांटा है-‘मोदी लहर’, जब उनका साक्षात्कार प्रसारित हुआ, वैश्विक कार्यक्रमों में संबोधन व राष्ट्र के नाम संबोधन। उनका वन्यजीव संबंधी कार्यक्रम और इन सभी कार्यक्रम को देश की जनता का भरपूर प्यार मिला है।