महाराष्ट्र के पालघर में कुछ ही दिन पहले मोब लिंचिंग की बेहद दर्दनाक घटना सामने आई थी। पालघर में जूना अखाड़ा के 2 साधु-संतों की डकैत बताकर बेरहमी से पीट कर हत्या कर दी गई थी। पालघर में ये घटना 16 अप्रैल को हुई थी लेकिन इसका वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वायरल हुए इस वीडियो में जिस तरह से दर्जनों की भीड़ 2 साधुओं को मार रही है, उसे देखते हुए किसी कि भी रूह कांप जाए। अब तक इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकें हैं।
वायरल हो रहे इन वीडियो के आधार पर मोब लिंचिंग की इस घटना के पीछे कई तर्क निकलकर सामने आ रहे हैं। हर कोई वीडियो के आधार पर कार्यवाही की मांग कर रहा है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने वीडियो में नजर आ रहे एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान को लेकर जानकारी मांगी थी। उन्होंने ट्विटर पर पूछा था कि पालघर के इस वीडियो में सफ़ेद और पीले रंग की टीशर्ट पहना व्यक्ति कौन है। वीडियो शेयर करते हुए उन्होनें लिखा था ‘इस भयावह विडीओ में ये जो शख़्स पीले और सफ़ेद T Shirt में खड़ा है… महाराष्ट्र का कोई व्यक्ति बता सकता है ये कौन है? इससे भी गुत्थी सुलझेगी।‘
इस भयावह विडीओ में ये जो शख़्स पीले और सफ़ेद T Shirt में खड़ा है ..कोई महाराष्ट्र का व्यक्ति बता सकता है ये कौन है?
इससे भी गुत्थी सुलझेगी। pic.twitter.com/tzhbOYefMd— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 20, 2020
वहीं भाजपा के महासचिव सुनील देवधर ने स्थानीय लोगों के हवाले से बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि वीडियो में ऩजर आ रहे उस व्यक्ति का नाम काशीनाथ चौधरी है। हैरान करने वाली बात ये है कि काशीनाथ चौधरी शरद पवार की ‘नेशनलिस्ट कॉन्ग्रेस पार्टी’ का जिला सदस्य है।
Very important revelations in the #PalgharMobLynching case
It clearly establishes a deep nexus!
Why should politicians & leaders be present at the Lynching site ..what were they doing ..Instigating??
And @Sunil_Deodhar ji the parties whose leaders were present are Saffron Haters! https://t.co/vb2RuWkoyF— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 20, 2020
इस बात का खुलासा करते हुए सुनील देवधर ने ट्विटर पर लिखा ‘स्थानीय लोगों के अनुसार वो शख़्स शरद पावर जी की NCP का ज़िला पंचायत सदस्य काशीनाथ चौधरी है। उसके साथ विष्णु पातरा, सुभाष भावर और धर्मा भावर ये तीन CPM के पंचायत सदस्य भी वहाँ थे।‘ पालघर घटना को लेकर हुए इस खुलासे ने इस मामले में कई कड़ियों को जोड़ दिया है। हत्यारी भीड़ में एनसीपी और सीपीएम नेताओं की मौजूदगी कई सवाल खड़े कर रही है।