संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में इजरायल के खिलाफ मतदान से दूर रहने को लेकर भारत ने फिलिस्तीन को अपना स्पष्ट जवाब दे दिया है। विदेश मंत्रालय के द्वारा कहा गया है कि भारत पहले भी इस तरह से किसी एक देश के खिलाफ प्रस्ताव से दूर रहा है। फिलिस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल मलिकी को जवाब देते हुए मंत्रालय ने कहा भारत एक तरह से इस नियम पर काम करता रहा है कि वह किसी एक देश के खिलाफ UNHRC की वोटिंग से दूर रहेगा। इस मसले पर पिछले दिनों श्रीलंका के खिलाफ हुए मतदान से भी भारत के गैरहाजिर रहने का उदाहरण दिया गया है।
मतदान में अनुपस्थित रहा था भारत
आपको बता दें राजापट्टी में इजरायल की ओर से किए गए हमलों को मानवाधिकार का उल्लंघन बताते हुए यूएनएचआरसी में एक प्रस्ताव पेश किया गया था। इस मतदान के समय में 14 देश अनुपस्थित थे जिनमें भारत का भी नाम शामिल है। भारत ने इस कदम को लेकर कोई टिप्पणी नहीं थी, लेकिन कूटनीतिक जानकारों का कहना था कि यह इजरायल का समर्थन करने जैसा है। संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव के समर्थन में 47 सदस्यों वाली समिति में से 24 ने इसराइल के खिलाफ मतदान दिया। इसके अलावा 9 सदस्यों ने इजरायल का समर्थन किया और भारत समेत 14 देश इस मतदान से ही दूर रहे।
मतदान में शामिल नहीं हुए थे ये देश
भारत
इटली
डेनमार्क
जापान
फ्रांस
साउथ कोरिया
यूक्रेन
नेपाल