अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य 26 मई 2020 से प्रारंभ हो गया है। एक तरफ पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है तो दूसरी तरफ भगवान श्री राम का भव्य मंदिर भी भारत की भूमि पर तैयार हो रहा है। इसी कड़ी में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने श्री राम के मंदिर निर्माण के फैसले पर एक ट्वीट किया जिसमें लिखा था कि “जहां एक और दुनिया कोरोनावायरस लड़ रही है वहीं भाजपा और आरएसएस हिंदुत्व के एजेंडे को मजबूत कर रहे है। बाबरी मस्जिद के स्थान पर मंदिर निर्माण की शुरुआत इस दिशा में पहला कदम है।”
पाकिस्तान के इस बयान पर विहिप के मंत्री मिलिंद परांडे ने तीखी आलोचना की। वे इस मुद्दे पर पाकिस्तान पर काफ़ी क्रोधित होते हुए दिखाई दिए। उन्होंने इसके बारे में कहा कि “पाकिस्तान अपनी हालत छिपाने के लिए इस तरह की गैरजिम्मेदाराना बयान देता है। जिस देश में लगातार अन्याय होता आ रहा हो, वह हमें ज्ञान की सीख दे रहा है, यह भी काफ़ी अजीब बात है। राम जन्म भूमि पर निर्माण का कार्य पूरी प्रकिया के बाद आया है। और पाकिस्तान अपनी कमियों पर ध्यान दें तो बेहतर है।”
हिन्दू साधु संतो ने इस बयान पर पाकिस्तान का पुरजोर विरोध किया है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान देश को हिन्दू और मुस्लिम में बांटना चाहता है। देश का मुसलमान कोर्ट के फैसले को मान चुका है। संतो ने कहा की अगर पाकिस्तान नहीं सुधरा तो हम इस्लामाबाद में भी राम मंदिर बनाएंगे।”