नई दिल्ली | पाकिस्तानी उच्चायोग के दो वीजा सहायकों को दिल्ली में जासूसी करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। आबिद हुसैन और ताहिर खान नाम के दो पाकिस्तानी अधिकारी भारत मे वीजा सहायक के रूप में काम करते हैं और आईएसआई के संचालक हैं। भारत ने उन्हें पर्सोना-नॉन ग्रेटा घोषित किया। दोनों को अब 24 घण्टे के भीतर भारत छोड़कर जाना होगा।
दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट- स्पेशल सेल पाकिस्तानी उच्चायोग के इन दोनों अधिकारियों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। स्पेशल सेल के ज्वाइंट कमिश्नर नीरज ठाकुर ने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है और हमारी टीम यह पता लगाने में जुटी है कि इनके नेटवर्क में और कौन-कौन से लोग शामिल हैं?
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जासूसी के आरोप में स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े दोनों आरोपी पिछले करीब पांच साल से ज्यादा समय से दिल्ली में रह रहे थे। शुरुआती पूछताछ उन्होंने स्वीकार कर लिया है कि दोनों आरोपी पाकिस्तानी खुफिया इकाई आईएसआई के संपर्क में थे। ये आईएसआई के लिए भारत की सुरक्षा तैयारियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी जुटा रहे थे। इनके पास से पुलिस ने कुछ दस्तावेज भी बरामद किए हैं, जिसकी बारीकी से जांच की जा रही है।
स्पेशल सेल के मुताबिक खुफिया इकाइयों के जरिये स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि पाकिस्तानी उच्चायोग से जुड़े कुछ लोग जासूसी करने में जुटे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस इनके पीछे लगी हुई थी और इनकी हर गतिविधि पर पैनी नजर गड़ा रखी थी। सूचना पुख्ता होते ही पुलिस ने इन्हें धर दबोचा।
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स्पेशल सेल और एमआईयू की संयुक्त टीम द्वारा चलाए गए इस ऑपरेशन के तहत आरोपियों को दिल्ली के करोल बाग इलाके में आर्यसमाज रोड स्थित बीकानेरवाला चौक के समीप रविवार सुबह करीब 10.45 बजे पकड़ा गया। मिलिट्री इंटेलिजेंट के मुताबिक कुल तीन लोग थे जिसमें आबिद और ताहिर के साथ साथ एक ड्राइवर भी था।