पाकिस्तान भारत से हर बार हारता है, हर बार मुंह की खाता है, लेकिन उसके बावजूद उसके व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आता। दुनिया जानती है कि इस्लामिक आतंकवाद का सबसे बड़ा जन्मदाता पाकिस्तान है, दुनिया भर के सभी आतंकवादी पाकिस्तान में पलते हैं, पाकिस्तान के ही लोगों को मारते हैं और उसके बावजूद भी पाकिस्तान आतंकवाद का साथ देता है। पाकिस्तान ने इस बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के खिलाफ बयान बाजी की है। पाकिस्तान ने कहा है, “हिंसक चरमपंथी वर्चस्ववादी समूहों को आतंकवादी संगठनों की तरह बैन किया जाए। आतंकवाद और निर्दोषों का खून बहाने वालों का बेशर्मी से बचाव करने वाले पाकिस्तान ने अंतराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग करते हुए यहां तक कहा कि इस तरह के संगठनों की वजह से जवाबी हिंसा को बढ़ावा मिलेगा।”
पाकिस्तान ने यूएनएससी में कहा, ”इस तरह के हिंसक नस्लवादी और चरमपंथी आतंकवाद अनिवार्य रूप से जवाबी हिंसा को बढ़ावा देंगे और ISIS और अल-कायदा जैसे आतंकवादी संगठनों के डायस्टोपियन कथा को मान्य करेंगे।” पाकिस्तान ने कहा है कि भारत में हिंदुओं के द्वारा मुसलमानों को डराया जा रहा है। पाकिस्तान के द्वारा भारत के प्रमुख राष्ट्रवादी संगठन को बैन करने की मांग की गई है। लेकिन पाकिस्तान को कभी अपने दामन में झांक कर यह भी देखना चाहिए कि जिन सांपों को पाकिस्तान पालता है आखिरकार वे उसे ही डस लेते हैं। पेशावर में हजारों बच्चों का कत्लेआम भी पाकिस्तान की नींद नहीं तोड़ पाया था।