54 दिन में 646 बार पाकिस्तान ने गोलीबारी की, सुरक्षा बलों ने 27 मुठभेड़ों में 45 आतंकियों को ढेर किया

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प्रतीकात्मक चित्र

पाकिस्तानी रेंजर्स ने पिछले 54 दिनों में 646 बार भारत-पाक के अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी (LOC) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। यह आंकड़े इस साल एक जनवरी से 23 फरवरी के बीच के हैं। रक्षा राज्यमंत्री श्रीपाद नाइक ने लिखित तौर पर इसकी जानकारी लोकसभा में दी। उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर से 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाया गया। तब से लेकर 23 फरवरी तक 27 बार आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई। इसमें 45 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया जबकि सात जवान इसमें शहीद भी हुए। श्रीपाद ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से 2019 में कुल 1586 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ। 5 अगस्त 2019 से लेकर 31 दिसंबर 2019 तक 132 बार पाकिस्तानी रेंजर्स ने भारतीय सीमा में गोलीबारी की।

पाकिस्तान ने सोमवार रात फिर से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में पाकिस्तानी रेंजरों की तरफ से लगातार 7 घंटे फायरिंग (रात 10 बजे से 5 बजे तक) की गई। इसमें एक बच्चे समेत दो लोग घायल हो गए। कई घरों को नुकसान हुआ है। भारत की तरफ से बीएसएफ ने भी जवाबी फायरिंग की। इसके पहले रविवार की रात भी पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी की गई थी, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया था। पाकिस्तानी रेंजर्स ने सोमवार की रात दस बजे से ही कठुआ के मनयारी गांव में सीमा पार से गोलीबारी शुरू कर दी थी। गांव के बोधराज को मोर्टार से चोट आई। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। एक बच्चे को भी चोट आई है।

सुबह पांच बजे तक गोलीबारी होती रही। इसके चलते कई घरों को भारी नुकसान हुआ है। पूरी रात ग्रामीण बंकरों में रहने को मजबूर रहे। रविवार को साढ़े दस बजे पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में भी पाक सेना की ओर से भारी गोलीबारी हुई थी। भारतीय सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया था। इसके बावजूद पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। उत्तरी कश्मीर से सोमवार को लश्कर-ए-तैयबा के 7 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। कुपवाड़ा के केरन सेक्टर से हथियारों का जखीरा भी बरामद हुआ था। करीब 10 दिन पहले ही सोपोर में पुलिस के काफिले पर एक आतंकी हमला हुआ था। इसमें पुलिस का एक एसपीओ शहीद हुआ था जबकि एक स्थानीय नागरिक की भी गोलीबारी में मौत हो गई थी। इसके बाद से जम्मू कश्मीर पुलिस लगातार कई जगहों पर छापेमारी कर रही थी। पूछताछ के लिए कुछ लोगों को उठाया गया। जिन्होंने खुलासा किया कि लश्कर सोपोर और सुमबल इलाके में दोबारा से अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में जुटा है। इसके लिए वह स्थानीय लड़कों को भर्ती कर रहा है। लश्कर ने हाल ही में 4-5 स्थानीय लड़कों को भर्ती किया है। इनमें से एक को हाल ही में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया था।

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