कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन और भारत बंद के बीच जैविक कृषि करने वाले तथा पद्मश्री से सम्मानित भारत भूषण त्यागी केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिले हैं। इसके अलावा उन्होंने नए अवार्ड वापसी गैंग के सदस्यों पर निशाना साधा है। उन्होंने न्यूज़ 18 से बात करते हुए कहा, “कृषि कानूनों को हमें द्विपक्षीय रूप में समझना चाहिए। इससे न सिर्फ बिचौलियों की अंधेरगर्दी ख़त्म होगी, बल्कि खेती के कई नए विकल्प भी खुल रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार की मंशा में कोई खोट नहीं है।”
उन्होंने यह भी कहा कि मंडियां और एमएसपी खत्म करने वाली बात निराधार है। उन्होंने बताया कि यह अफवाह फैलाई जा रही है कि कॉर्पोरेट कंपनिया कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए किसानों से उनकी जमीन हड़प लेंगी। उन्होंने किसान संगठनों को यह सलाह दी है कि सरकार से बातचीत करते समय वे विरोध की मानसिकता न रखें।
हम आपको बता दें सोमवार को कई किसान संगठनों के बीच प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह तोमर से मिले थे तथा केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को एक ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने अपने ज्ञापन में कहा कि हम हरियाणा के 70,0000 PFO से जुड़े और 50,000 प्रगतिशील किसान इस कानून के समर्थन में हैं। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि आंदोलनकारियों से बातचीत करके इसमें उचित बदलाव किए जा सकते हैं लेकिन सरकार को किसी दबाव में आकर इन कानूनों को वापस नहीं लेना चाहिए।