कोरोना वायरस से जंग के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन के बीच जरूरी सेवाओं को बहाल करने का काम चरणबद्ध तरीके से जारी है। इस कड़ी में सोमवार से सभी बैंकों का कामकाज सामान्य करने की कोशिशें शुरू हो जाएंगी। इसका मकसद मार्च के अंतिम दिनों में वित्तीय वर्ष की समाप्ती और नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के मद्देनजर होने वाले काम को निपटाना है। हफ्ते भर से बैंकिंग गतिविधियां ठप पड़ी हैं। इसके अलावा करोड़ों लोगों की सैलरी और पेंशन आने का भी यही समय होता है। ऐसे में बैंकों पर दबाव को देखते हुए सरकार ने कामकाज को सामान्य बनाने के लिए एडवाइजरी जारी की है।
वित्त सेवा विभाग ने बैंकों से कहा है कि वे लॉकडाउन के दौरान भी सभी बैंक शाखाओं में नियमित कामकाज की व्यवस्था बनाएं। हालांकि लॉकडाउन के दौरान बैंकों की शाखाएं सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक ही खुलेंगी। इस एडवाइजरी में ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों को भी बैंकिंग सेवा का पूरा लाभ देने के संकेत दिए हैं। बैंकों को यह भी निर्देश दिए गए हैं की लॉकडाउन के दौरान वे अपनी शाखाओं में सीमित स्टाफ को ही कामकाज के लिए बुलाएं और उनके लिए इन हालात में जरूरी न्यूनतम आवश्यक सेवाओं का भी प्रबंध करें। मोदी 2.0 सरकार ने कोरोना वायरस से चुनौतियों से निपटने के लिए निम्न आय वर्ग के लोगों की मदद के लिए 1.7 लाख करोड़ का सहायता पैकेज का ऐलान किया था। मदद का यह पैसा तुरंत ही लोगों के बैंक खातों में आना शुरू हो जाएगा। ऐसे में बैंक खुलने से ये लोग अपने पैसे का सही समय पर इस्तेमाल कर पाएंगे। इस एडवाइजरी के तहत बैंकिंग की जरूरी सेवाएं जैसे- कैश जमा करना और निकालना, चेक क्लियरिंग, सरकारी लेन-देन और एटीएम (ATM) सेवाएं आदि जारी रहेंगी।
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