कांग्रेस नेता उदित राज ने कुंभ मेले को लेकर एक विवादित बयान दिया था जो ना केवल एक विवादित बयान था बल्कि हिंदू विरोधी भी था। उदित राज ने कहा था कि सरकारी पैसे से कुंभ मेला लगाना गलत है। अब इस पर लगातार बहुसंख्यक समाज के लोग और भारतीय जनता पार्टी के नेता कांग्रेस पर निशाना साध रहे। भारतीय जनता पार्टी नेता और उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा ने इस मामले पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “अगर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार कुछ और दिन रह जाती तो यह कुंभ भी बंद करा देते, बरसाना की होली भी बंद करा देते, अयोध्या का दीपोत्सव भी बंद करा देते और काशी मथुरा भी बंद करा देते जेल के डीएनए में जहांगीर है। उन्हें भारतीय संस्कृति से कैसे प्यार हो सकता?”
भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति कांग्रेस की दिल की बात उनके प्रवक्ता के जरिए बाहर आ गई तथा उनकी दोहरी नीति आज सबके सामने हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी सरकार की आड़ में सनातन संस्कृति को खत्म करने की तैयारी में थी लेकिन जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया।
— Mohsin Raza (@Mohsinrazabjpup) October 15, 2020
मंत्री ने यह भी कहा कि जिस तरह कांग्रेस ने महाराष्ट्र में महत्वपूर्ण मंदिरों के दर्शन पर रोक लगाई थी उससे यह साफ होता है कि कांग्रेस के दिल में सनातन संस्कृति के प्रति कितनी नफरत है। यह खजूर खाने वाले लोग हैं रोजा इफ्तार में टोपी लगाने वाले लोग हैं। जिनके डीएनए में जहांगीर है उन्हें हिंदुस्तानी संस्कृति और सनातनी अपनी संस्कृति से क्यों मोहब्बत होगी?
जब यह मामला उदित राज के गले की फांस बनता दिखा। अपने ट्वीट को बहाल करते हुए उदित राज ने लिखा, “मैं ट्वीट को बहाल कर रहा हूं संवाद के लिए तैयार हूं। जब भी राजनीतिक मामला होता है INC कोडक करता हूं इसमें नहीं किया था। क्योंकि व्यक्तिगत विचार है बिना बजह पार्टी को घसीटा जा रहा है! डॉक्टर अंबेडकर मानते थे कि राजनीतिक और धर्म का मिश्रण नहीं होना चाहिए। ”
यह पहला मामला नहीं है जब वह तो राज ने हिंदू विरोधी बयान देकर भारत के बहुसंख्यक लोगों का अपमान करने की कोशिश की है। इससे पहले भी लगातार कई बार उदित राज ने ऐसे बयान दिए हैं जो हिंदू विरोधी कहे जा सकते हैं। राजनीति में इस प्रकार के राजनेता निश्चित रूप से भारतीय संस्कृति के लिए घातक साबित हो सकते हैं।
Image Source: Tweeted by @ZEEPUK