लखनऊ । कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फैसला लिया है की अब उत्तर प्रदेश में एक मार्च के बाद से आए हर नागरिक की जांच होगी। इनके ऊपर संक्रमण का जरा भी शक होगा तो इनको क्वारंटाइन किया जाएगा।
साथ ही सरकार ने अब जो जहां है उनको वहीं रोकने को कहा है। अब राह में फंसे लोग भी 14 दिन बाद ही गांव घर जा पाएंगे। मुख्य सचिव ने इस बारे में आदेश जारी कर दिए हैं।
इसके साथ ही अब किसी को भी 14 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जो लोग केरल में रह रहे हैं या देश के किसी अन्य राज्य में रह रहे हैं वे लोग लॉक डाउन की इस कार्यवाही का पूर्णतः पालन करें। उत्तर प्रदेश के जो भी निवासी जहां पर हैं वह वहां पर प्रदेश सरकार के नोडल अधिकारी के सम्पर्क में रहें। उनको हर प्रकार की मदद मिलेगी और उत्तर प्रदेश सारा खर्च भी वहन करेगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी में जो भी आ गए हैं, या पहले से रह रहे हैं, उनकी पूरी जिम्मेदारी हमारी है। उन्हें भोजन, शुद्ध पानी, दवा देंगे, उनके कारण बाकी लोगों के स्वास्थ्य का कोई खतरा भी नहीं पैदा होने देंगे। वो अपने राज्य में नहीं जाना चाहते तो भी कोई बात नहीं, सबकी हिफाजत करना मेरी जिम्मेदारी है। जो बाहरी राज्यों के कामगार हैं, अधिकारी उनकी दैनिक जरूरतों और आर्थिक जरूरतों की चिंता करें। जिससे वे लोग अपने-अपने राज्यों के लिए पलायन ना करें, जो चुनौती हमारे राज्य पर आई है, पलायन के चलते हम नहीं चाहते कि बाकी राज्यों के सामने यह चुनौती आए।