30 मई को एनडीए सरकार अपने 7 वर्ष पूरे कर रही है लेकिन देश में फैली महामारी की वजह से कोई भी कार्यक्रम ना करने का फैसला लिया गया है और भाजपा शासित राज्यों में जिन बच्चों के माता-पिता नहीं रहे है, उन बच्चों के लिए योजनाएं बनाए और जल्द ही दिशा निर्देश जारी करे। जे पी नड्डा ने पत्र में लिखा “इस महामारी ने हमारे कई अपनों को हमसे छीना है, और हमारे राष्ट्र व समाज में कई गहरे जख्म दिए है। कुछ ऐसे भी बच्चे है जिसने इस महामारी में अपने माता-पिता दोनों को खोया है। और ऐसे बच्चों की परवरिश हमारी जिम्मेदारी बनती है। उनके उज्जवल भविष्य के लिए, उनकी शिक्षा के लिए ठोस कदम उठाना हमारा दायित्व है। उनको हर तरह से संबल देना, हमारा सामाजिक कर्तव्य भी है।
भाजपा के मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसे बच्चों और परिवारों के लिए बृहद योजना से जुड़े दिशा-निर्देशों से आपको जल्द ही अवगत कराया जाएगा। मेरा आपसे आग्रह है कि अपने राज्य की स्थितियों, आवश्यकताओं और परंपराओं को आधार बनाते हुए इस योजना का प्रारूप जल्द-से-जल्द से तैयार करें। ऐसा विचार है कि आगामी 30 मई को जब केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में एनडीए सरकार के सात वर्ष पूरे हो रहे हैं, तब बीजेपी के नेतृत्व वाली सभी राज्य सरकारें, एक साथ इस योजना को लागू करें। उन्होंने कहा हमारी सरकार पूर्ण रूप से जनता को समर्पित सरकार है। भारतीय जनता पार्टी हमेशा से सेवा और संगठन के मंत्र पर चलते हुए पूर्ण रूप से जनता जनार्दन को समर्पित है।
इससे पहले ही मध्यप्रदेश सरकार, बच्चो के लिए बना चुकी है योजनाएं
शिवराज सरकार ने बीते दिनों उन बच्चों के लिए फैसला लिया है जो बच्चे अपने माता-पिता दोनों को खो चुके है। उनकी शिक्षा और भरण-पोषण के लिए 5000 रुपए महीने की राशि सहयोग के तौर पर दी जाएगी और उन्हें निशुल्क शिक्षा भी दी जायेगी।