राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से चल रहे सियासी घमासान के बीच बुधवार को प्रवर्तन निदेशायल ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर छापेमारी की। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अशोक गहलोत के भाई के ठिकानो पर मारी गयी छापेमारी में कुछ दस्तावेजों के साथ PC की हार्ड डिस्क और 4 मोबाइल फोन कब्ज़े में लिए गए है।
दरअसल ये पूरा मामला साल 2007-09 में कथित तौर पर हुए उर्वरक घोटाले से जुड़ा हुआ है। 2017 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा CM की कुर्सी संभालने के बाद भाजपा ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया था कि 2007 और 2009 के बीच उन्होंने सब्सिडाइज़्ड फर्टिलाइज़र यानी उर्वरक का निर्यात किया था। इसी मामले को लेकर ED देश भर कई जगहों पर छापेमारी कर रही है।
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अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत पर आरोप था कि उन्होंने इंडियन पोटाश लिमिटेड से MOP खरीद कर किसानो को उर्वरक उपलब्ध नहीं कराया। इसके बजाय उन लोगों को बेच दिया जो इसका निर्यात करते था। कहा जाता है इससे अशोक गहलोत को भी काफी फायदा हुआ था। आपको जानकर हैरानी होगी कि अशोक गहलोत के करीबियों के यहां कुछ दिन पहले आईटी विभाग ने 13 जुलाई को छापेमारी की थी। पिछले हफ्ते सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि छापेमारी में करीब 12 करोड़ कैश मिला है और 1 करोड़ 70 लाख के गहने मिले हैं।