संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में सूचना प्रौद्योगिकी तथा संचार मंत्री अश्वनी वैष्णव के हाथों से उनके बयान की प्रति छीनकर फाड़ने वाले टीएमसी के सांसद पर बड़ी कार्रवाई की गई है। सांसद शांतनु सेन को पूरे सत्र के लिए राज्यसभा से निष्कासित कर दिया गया है। सदन में निलंबन प्रस्ताव पास होने के बाद तृणमूल कांग्रेस के शांतनु सेन को अशोभनीय आचरण के लिए संसद के पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि शांतनु ने ने गुरुवार को राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से कागज छीन लिया था और उसके टुकड़े कर हवा में लहरा दिये थे। वैष्णव उस समय उच्च सदन में पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिये भारतीयों की जासूसी करने संबंधी खबरों और इस मामले में विपक्ष के आरोपों पर सदन में बयान दे रहे थे। विपक्ष अपना हंगामे के लिए जिस तरह से देश की सर्वोच्च संसद का समय व्यर्थ कर रहा है वह हम सभी के सामने हैं।
सांसद शांतनु सेन को इस सत्र के लिए निलंबित किया जाता है: राज्यसभा के सभापति एम.वेंकैया नायडू #MonsoonSession pic.twitter.com/tsiwBK07k2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 23, 2021
उच्च सदन के सभापति एम.वेंकैया.नायडू ने शुक्रवार को शांतनु सेन के निलंबन की घोषणा कर दी है। सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कल बृहस्पतिवार को हुई घटना का जिक्र किया और इसे अशोभनीय बताया। सभापति ने कहा कि कल जो कुछ हुआ, निश्चित रूप से उससे सदन की गरिमा प्रभावित हुई। उपसभापति हरिवंश ने हंगामा कर रहे सदस्यों से असंसदीय व्यवहार ना करने का अनुरोध किया लेकिन जब उनकी एक ना सुनी गई। उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा, ‘यह असंसदीय परंपरा कृपया… जिस रिपोर्ट को हमलोग सुनना चाहते थे …उस पर बहस नहीं होने दे रहे हैं…यह कौन सी लोकतांत्रिक प्रक्रिया है।’