ये हैं बॉलीवुड इतिहास की सबसे विवादित फिल्में, कोर्ट के आदेश के बाद बड़े पर्दे पर हुई थी रिलीज़

बॉलीवुड इतिहास में कई ऐसी फिल्में बन चुकी हैं, जिन्हें रिलीज़ से पहले कोर्ट-कचहरी का सामना करना पड़ा था। आज हम आपको बॉलीवुड इतिहास की सबसे विवादित फिल्मों के बारे में बता रहे हैं।

0
871
Controversial Movies

Most Controversial Bollywood Movies | बॉलीवुड में शुरुआत से ही ऐसी फिल्में बनती आई हैं जिन्हें लेकर विवाद उत्पन्न होता रहा है। इन फिल्मों में विवाद की कई वजहें सामने आई हैं। कुछ फिल्मों में ज्यादा बोल्ड दृश्य होने के कारण तो कुछ फिल्मों में अभद्र भाषा की भरमार होने के कारण सेंसर बोर्ड से फिल्म को सर्टिफिकेट मिलने में देरी हुई है। वहीं कुछ फिल्में ऐसी भी हैं जो किसी समुदाय या धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंचाने के कारण भी विवादों में रही हैं।

आज हम आपको ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में बताएंगे, जो आम जनता से लेकर सेंसर बोर्ड तक हर जगह विवादों (most controversial Bollywood movies) के घेरे में रही हैं:

लिपस्टिक अंडर माई बुर्का (Lipstick under my Burkha)

भले ही हम 21वीं सदी में जी रहे हैं लेकिन आज भी हमारे समाज में सेक्स की बातें करना किसी टैबू से कम नहीं है। पिछले साल आई इस फिल्म में कुछ महिलाएं खुलकर सेक्स के प्रति अपनी बातें व्यक्त करती नज़र आई थी। समाज में कुछ समुदायों ने फिल्म का काफी विरोध किया था। लेकिन अन्य जनता का सपोर्ट मिलने के कारण बाद में सेंसर बोर्ड ने फिल्म की रिलीज़ को हरी झंडी दे दी।

पीके (PK)

2014 में आई यह फिल्म बॉलीवुड इतिहास की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी। आमिर खान और अनुष्का शर्मा स्टारर इस फिल्म में दिखाया गया था कि किस तरह लोग मंदिरों में जाकर भगवान को ढूंढ रहे हैं, जो रोंग नंबर है। भगवान तो हर व्यक्ति के ह्रदय में विराजमान है। कई सामाजिक संगठनों ने फिल्म का विरोध किया था। लेकिन बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ होने के बाद दर्शकों ने फिल्म को काफी पसंद किया।

ओह माई गोड (Oh! My God)

परेश रावल और अक्षय कुमार की इस फिल्म ने दर्शकों को धर्म की एक नई परिभाषा समझाई थी। फिल्म में बताया गया था कि भगवान में विश्वास रखना चाहिए, अंधविश्वास नहीं। साथ ही धर्म के नाम पर ठेकेदारी करने वाले बाबाओं के झूठे जालों में ना फंसकर अपने नसीब और मेहनत पर भरोसा करना चाहिए। कुछ हिंदू संगठनों को यह बात पसंद नहीं आई और उन्होंने फिल्म की रिलीज़ रोकने की कोशिश भी की थी।

जोधा अकबर (Jodha Akbar)

2008 में आई इस फिल्म का राजस्थान में राजपूत करणी सेना द्वारा काफी विरोध किया गया था। करणी सेना का कहना था कि फिल्म में जोधा मारवाड़ के राजा उदय सिंह की बेटी थी जिसका विवाह अकबर के बेटे सलीम के साथ हुआ था। वहीं निर्देशक आशुतोष गोवारिकर ने फिल्म में दिखाया था कि जोधा का विवाह अकबर के साथ हुआ है। इसी को लेकर कुछ सिनेमाघरों में तोड़-फोड़ की खबरें भी सामने आई थी।

एस दुर्गा (S Durga)

इस फिल्म का किसी समुदाय या जाति से कोई लेना-देना नहीं है। फिल्ममेकर्स ने इस फिल्म का टाइटल ‘सेक्सी’ दुर्गा रखा था, जिसे लेकर कुछ हिंदू संगठनों ने विवाद खड़ा करने की कोशिश की थी। यह एक मलयालम भाषा की फिल्म है जिसमें एक लड़के और लड़की की लव स्टोरी दिखाई गई है। कई देशों के फिल्म फेस्टिवल में यह फिल्म अवार्ड जीत चुकी है। हैरानी की बात है कि इंडियन फिल्म फेस्टिवल में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने फिल्म की स्क्रीनिंग पर रोक लगा दी थी।

पद्मावत (Padmavat)

संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत रिलीज़ से पहले काफी समय तक विवादों (controversial movies) के घेरे में चल रही थी। राजस्थान की राजपूत करणी सेना ने सबसे पहले इस फिल्म का विरोध शुरु किया था जो बाद में पूरी तरह से राजनैतिक रुप ले चुका था। करणी सेना का कहना था कि फिल्म में रानी पद्मावती के चरित्र के साथ छेड़छाड़ की गई है। इसके बाद सेंसर बोर्ड ने फिल्म का नाम समेत कुछ बदलावों के साथ फिल्म की रिलीज़ को हरी झंडी दी। लेकिन उसके बावजूद फिल्म को सिनेमाघरों तक आने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा था। रिलीज़ के बाद कई राज्यों में फिल्म बैन भी कर दी गई थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here