कोरोनावायरस से जारी लड़ाई के दौरान गुट निरपेक्ष देशों की बैठक में 120 देशों के राष्ट्राध्यक्ष सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। इस दौरान पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा “जिस समय दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही है, तब भी कुछ लोग आतंकवाद, फर्जी समाचार और समुदायों को बांटने के लिए कुछ अन्य घातक वायरस फैलाने में व्यस्त हैं। मोदी ने कहा, ‘‘आज मानवता कई दशकों के अपने सबसे गंभीर संकट का सामना कर रही है। इस समय गुट निरपेक्ष वैश्विक एकजुटता को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। नॉन एलाइन मूवमेंट (NAM) अक्सर दुनिया की नैतिक आवाज रहा है। इस भूमिका को बनाए रखने के लिए, NAM को समावेशी रहना चाहिए।’’ पीएम ने इस दौरान लोकतंत्र, अनुशासन और निर्णायकता के जरिए कोरोनोवायरस से निपटने के लिए भारत के अपने प्रयासों पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि इस संकट के दौरान हमने दिखाया है कि लोगों के एक वास्तविक आंदोलन को बनाने के लिए लोकतंत्र, अनुशासनऔर निर्णायकता एक साथ कैसे आ सकते हैं। भारतीय सभ्यता पूरी दुनिया को एक परिवार के रूप में देखती है, हम अपने नागरिकों की देखभाल करने के साथ अन्य देशों की भी मदद कर रहे हैं। यह पहला मौका था जब पीएम मोदी किसी NAM सम्मेलन में भाग लिया। पीएम ने बताया कि किस तरह से देश अपनी भारी मांग के बावजूद इस जरूरत की घड़ी में दूसरों की मदद करने के लिए आगे आ रहा है। मोदी ने कहा कि भारत को “दुनिया की फार्मेसी” माना जाता है और अपनी जरूरतों के बावजूद हमने 123 से अधिक देशों को मेडिकल सप्लाई पहुंचाई है। उन्होंने कहा,‘‘कोरोनावायरस ने हमें दिखाया है कि मौजूदा इंटरनेशनल सिस्टम की सीमाएं क्या हैं? कोरोना के बाद वाली दुनिया में हमें निष्पक्ष, समान और मानवता पर आधारित संगठन की जरूरत है। हमें ऐसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की जरूरत हो जो आज की दुनिया के अधिक प्रतिनिधि हैं।