देश भर के करोड़ों मजदूरों की कोरोना संक्रमण के कारण आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो गई है। खास तौर पर जो मजदूर अपने राज्य को छोड़कर दूसरे राज्यों में जाकर काम करते हैं, उनके लिए बिता वर्ष काफी पीड़ादायक था, लेकिन अब केंद्र सरकार ने मजदूरों के संकटों को ध्यान में रखते हुए “वन नेशन वन राशन कार्ड” को सभी राज्यों में संपूर्ण रूप से लागू करने के लिए योजना बनाना शुरू कर दिया है। बीजेपी सरकार के इस नए नियम से हर वर्ग के गरीब मजदूरों और परिवारों को फायदा पहुंचने वाला है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी सरकार यह नया नियम इसलिए ला रही है, ताकि गरीब मजदूरों को उनके कोटे का राशन सही समय पर मिल सके, क्योंकि पिछले कई समय से ऐसी शिकायत सामने आ रही थी की डुप्लीकेट राशन कार्ड बनाकर कई लोग सरकारी अनाज उठाकर ले जाते हैं, जिसके बाद अब इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल (POS) से लैश फेयर प्राइस शॉप की मदद से अनाज लेने की सभी समस्या सही हो जाएगी। बता दे पीएम मोदी के इस योजना का लाभ 32 राज्यों में पूरी तरह से मिल रहा है।
हम आपको बता दें कि सरकार ने एक ऐसा ऐप का निर्माण किया है, जो दूसरे राज्यों के राशन कार्ड धारकों की काफी मदद कर सकता है, जिसमें मेरा राशन’ (Mera Ration) App की मदद से दूसरे राज्य के राशन कार्डधारकों को अपने प्रवास क्षेत्र में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान की पहचान हो पाएगी। साथ ही अपनी अर्हता या कोटे के ब्यौरे की जांच में मदद करेगा। केंद्र सरकार की इस नई पहल से गरीब लोगों को काफी फायदा होने वाला है। साथ ही उन लोगों के ऊपर गाज गिरने वाली है, जो डुप्लीकेट कागज और राशन कार्ड बनाकर अनाज उठाया करते थे।