लखनऊ | बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती ने लाॅकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों व गरीब लोगों के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था कराने की मांग की है। बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा कि ‘कोरोना प्रकोप के कारण लगे देशव्यापी लाॅकडाउन से सर्वाधिक महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा तथा अन्य राज्यों में लाखों गरीब व मजदूर प्रवासी लोग बेरोजगारी व भुखमरी की मार झेल रहे हैं। उन्हें एक वक्त का भोजन भी सही से नहीं मिल रहा है। वे हर हाल में अपने घर वापस लौटना चाहते हैं। उन्होंने आगे लिखा कि ‘ऐसे में केंद्र सरकार से आग्रह है कि वह उनकी इस मांंग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके तथा लाॅकडाउन के नियमों का भी सही से पालन करते हुए उन्हें विशेष ट्रेनों व बसों आदि से उनके घरों तक भेजने की व्यवस्था कराए जैसा कि कोटा से छात्रों को भेजने हेतु किया गया है।
1.कोरोना प्रकोप के कारण लगे देशव्यापी लाॅकडाउन से सर्वाधिक महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा तथा अन्य और राज्यों में भी लाखों गरीब व मजदूर प्रवासी लोग बेरोजगारी व भुखमरी की मार झेल रहे हैं। उन्हें एक वक्त का भोजन भी सही से नहीं मिल रहा है तथा वे हर हाल में अपने घर वापस लौटना चाहते हैं।
— Mayawati (@Mayawati) April 22, 2020
2. ऐसे में केन्द्र सरकार से आग्रह है कि वह उनकी इस मांँग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके तथा लाॅकडाउन के नियमों का भी सही से पालन करते हुए उन्हें विशेष ट्रेनों व बसों आदि से उनके घरों तक भेजने की व्यवस्था कराये जैसाकि कोटा से छात्रों को भेजने हेतु किया गया है।
— Mayawati (@Mayawati) April 22, 2020
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने के लिये बसें भेजने के फैसले का मायावती ने स्वागत किया था। उन्होंने यह भी मांग की थी कि ऐसे ही कदम उन मजदूरों के लिये भी उठाए जाएं जो अपने घरों से दूर फंसे हुए हैं। शनिवार को मायावती ने ट्वीट किया कि कोचिंग पढ़ने वाले लगभग 7,500 युवकों को लॉकडाउन से निकालने व उन्हें सुरक्षित घरो में भेजने के लिए यूपी सरकार ने काफी बसें कोटा, राजस्थान भेजी है। यह स्वागत योग्य कदम है। बीएसपी इसकी सराहना भी करती है, लेकिन सरकार से यह भी आग्रह है कि वह ऐसी चिंता यहां के उन लाखों गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों के लिए भी जरूर दिखाये, जिन्हें अभी तक उनके घर से दूर नारकीय जीवन जीने को मजबूर है।