प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा किया है। प्रधानमंत्री ने यहां रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की शुरुआत की है। इस सेंटर को जापान की मदद से बनाया गया है, अपने संबोधन में पीएम मोदी ने जापान की तारीफ की, साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भी याद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जापान के मेरे मित्र शिंजो आबे जी ऐसे व्यक्ति हैं, जिनका नाम भूला नहीं जा सकता है। आपको बता दें कि शिंजो आबे जब जापानी प्रधानमंत्री के तौर पर वाराणसी आए थे, तभी इस सेंटर की नींव रखी गई थी।
पीएम मोदी ने कहा कि जब शिंजो आबे प्रधानमंत्री के तौर पर काशी आए थे, तब रुद्राक्ष के आइडिया पर लंबी चर्चा हुई थी। उन्होंने तुरंत ही अपने अधिकारियों से काम करने को कहा… जापान के लोगों ने परफेक्शन के साथ इस पर काम शुरू कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि इस इमारत में जापान-भारत की दोस्ती का कनेक्ट है और भविष्य के लिए कई स्कोप भी हैं। कुछ दिन पहले गुजरात में जापान के ज़ेन गार्डन की शुरुआत की गई है। जापान भारत का सबसे भरोसेमंद दोस्त है।
आज के इस आयोजन में एक और व्यक्ति हैं, जिनका नाम लेना मैं भूल नहीं सकता। जापान के ही मेरे एक और मित्र- शिंजो आबे जी।
मुझे याद है, शिंजों आबे जी जब प्रधानमंत्री के तौर पर काशी आए थे, तो रुद्राक्ष के आइडिया पर उनसे मेरी चर्चा हुई थी: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) July 15, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में जब दुनिया ठहर गई थी, तब काशी अनुशासित हुई थी लेकिन विकास की धारा यहां पर अविरल बहती रही थी। पीएम मोदी ने कहा कि जापान के लोगों को विशेष धन्यवाद जो भारत के परममित्र हैं। आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं सम्मेलन केंद्र ‘रुद्राक्ष’ प्राचीन काशी की सांस्कृतिक समृद्धि की झलक प्रस्तुत करेगा। इस केंद्र में 108 रुद्राक्ष लगाए गए हैं और इसकी छत शिवलिंग के आकार में निर्मित हुई है। यह दो मंजिला केंद्र सिगरा क्षेत्र में 2.87 हेक्टेयर जमीन पर बनाया गया है और इसमें 1,200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है।