पिछले साल भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगा था। शाहजहांपुर की रहने वाली यह छात्रा चिन्मयानंद की आश्रम द्वारा संचालित लॉ कॉलेज में लॉ छात्रा थी, इस मामले में नया मोड़ तब आया था जब लड़की गायब हो गई थी और सीधे सुप्रीम कोर्ट में पेश हुई थी। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। इसके बाद चिन्मयानंद ने आरोप लगाया कि पीड़िता उनसे पैसे निकलवाने की कोशिश कर रही थी और उस पर एफ आई आर दर्ज करवाया गया था। बाद में दोनों को गिरफ्तार किया गया और चिन्मयानंद को 20 सितंबर 2019 को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।
सूत्रों के अनुसार यह खबर आ रही है कि पिछले साल पूर्व सांसद चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली शाहजहांपुर की कानून की छात्रा ने अपने आरोपों को वापस ले लिया है। कथित पीड़िता मंगलवार को सांसद व विधायकों के लिए एक विशेष कोर्ट के सामने पेश हुई थी। स्पष्ट रूप से अपने द्वारा पूर्व मंत्री के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को वापस ले लिया है। लखनऊ कोर्ट इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर इस मामले में सुनवाई कर रहा है। हालांकि इस फैसले के अभियोजन पक्ष ने सीआरपीसी की धारा 340 के तहत एक आवेदन दिया था और कथित पीड़िता के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी। पिछले साल जांच अधिकारी ने चिन्मयानंद के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 C, 354 D, 342 और 506 के तहत आरोप पत्र दायर किया था। जांच अधिकारी ने 13 पन्नों की चार्जशीट में 33 गवाहों और 29 दस्तावेजी साक्ष्यों का हवाला भी दिया था।