तारक मेहता का उल्टा चश्मा कार्यक्रम में जेठालाल का किरदार हमेशा ही मुसीबतों से घिरा रहता है। इस बार भी जेठालाल की किस्मत मुसीबतों से खुद को अलग नहीं कर पाई। इस बार के एपिसोड में जेठालाल के लिए मुसीबत का नाम बने डॉक्टर हाथी… नये एपीसोड में आप देखेंगे कि जेठालाल और बापू जी गानों के जरिए बात कर रहे हैं। बापू जी जेठालाल से पूछते हैं कि क्या वह मेहता के साथ जलेबी फाफड़ा लेने जा रहे हैं। बापू जी जेठालाल से कहते हैं कि मेहता से जल्दी उठना सीखो।
जेठालाल जो कि बबीता जी के प्रति ज्यादा लगाव रखता है। वह सोचता है कि उसने बबिता जी को इतने दिनों से नहीं देखा है और वह उसे फोन करके पूछता है कि क्या उसे जलेबी और फाफड़ा चाहिए। इसके बाद जेठालाल तारक के घर जाता है और वहां अय्यर को देखकर चौंक जाता है। मेहता जेठालाल से कहता है कि वह साथ नहीं आ सकता क्योंकि अंजलि घर की चाबी के बिना बाजार गई है। जेठालाल उसे अय्यर के पास चाबी छोड़ने की सलाह देता है कि जब अंजलि भाभी लैटेंगी तो उससे चाभी ले लेगी।
तारक के घर की घंटी अचानक बजती है। तारक मेहता को लगता है कि ये अंजलि है लेकिन एक डिलीवरी बॉय ‘जलेबी फाफड़ा’ के ऑर्डर के साथ दरवाजे पर आता है। उनका कहना है कि टिपेंद्र गड़ा ने इसे ऑनलाइन बुक किया था। जलेबी फाफड़ा ऑनलाइन बुक करने पर जेठालाल टप्पू पर भड़क जाता है। जेठालाल इसकी शिकायत बापू जी से करता है लेकिन वह टप्पू का पक्ष लेता है और कहता है कि उसने ऑनलाइन ऑर्डर करके सही काम किया। जेठालाल चंपकलाल गड़ा अपने बेटे दीपेंद्र जेठालाल गड़ा की इस होशियारी पर बहुत ज्यादा प्रसन्न होते हैं। जेठालाल और मेहता खाना खाने से पहले हाथ धोते हैं। बापू जी तारक मेहता से कहते हैं कि वह जलेबी फाफड़ा नहीं खा सकते क्योंकि उन्होंने इसे अंजलि से छुपाया था। पता चला कि वह एक शरारत कर रहा था। जेठालाल और सभी बस खाने ही वाले होते हैं और भिड़े, डॉ. हाथी अंदर आते हैं। वे सभी उन्हें खाने के लिए पेश करते हैं। जेठालाल अपने और तारक मेहता के लिए थाली लेने के लिए उठता है। लेकिन जब वापस आता है तब तक उसका मनपसंद नाश्ता जलेवी और फाफड़ा उसे दूर हो जाता है। क्योंकि जेठालाल के वापस आने से पहले डॉक्टर हाथी जलेबी और फाफड़ा साफ कर जाते हैं।