भारत में आपको बहुत सारे ऐसे लोग मिल जाएंगे जो भारत के प्रधानमंत्री को अपशब्द बोलते हैं या प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हैं। वही आपको भारत में बहुत सारे ऐसे भी लोग मिलेंगे जो प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान करते हैं तथा उन्हें एक महापुरुष के रूप में जानते हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि प्रधानमंत्री मोदी कोई महापुरुष है लेकिन किसी व्यक्ति के लिए वे तब महापुरुष हो जाते हैं जब उनके द्वारा किया गया कोई कार्य उस व्यक्ति के जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन कर देता है।
विकासखंड किशनी के गांव चितायन में एक ऐसी घटना घटित हुई, जिसके बारे में जानकर आप लोग सोच में पड़ जाएंगे। विकासखंड में रहने वाली महिला जिनकी उम्र लगभग 85 वर्ष है, बिट्टन देवी पत्नी पूरनलाल बुधवार को तहसील में वकील कृष्णानंद सिंह के पास पहुंची और वकील साहब से कहा, “मैं अपनी जमीन प्रधानमंत्री मोदी के नाम करना चाहती हूं।” वकील साहब यह बात सुनकर चौंक गए और अम्मा से दोबारा विचार करने को कहा। लेकिन अम्मा कहां मानने वाली थी? वह तो जिद पर अड़ गई है कि मैं अपनी सारी जमीन प्रधानमंत्री मोदी के नाम करूंगी।
आप सोच कर हैरान हो जाएंगे कि कोई वृद्ध महिला अपनी सारी जमीन प्रधानमंत्री मोदी के नाम क्यों करना चाहती है? तो इसका कारण खुद वृद्ध महिला ने बताया। उन्होंने कहा कि मेरे पति का देहांत हो चुका है। मेरे बच्चे मेरा ख्याल नहीं रखते। सरकार की ओर से मिल रही वृद्धावस्था पेंशन से उनका गुजारा हो रहा है। इसीलिए वह अपनी भूमि को प्रधानमंत्री मोदी के नाम कराना चाहती हैं। वास्तव में किसी भी प्रधानमंत्री के लिए इससे बड़ा पुरस्कार कुछ नहीं हो सकता कि एक वृद्ध महिला उसे अपनी जमीन का मालिक बना दें और उसे अपना बेटा मान ले।