किसान नेता राकेश टिकैत अब आंदोलन समाप्त करने वाले नहीं हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि किसान आंदोलन के बाद अब राकेश टिकैत बैंकों के निजीकरण को लेकर कोई आंदोलन कर सकते हैं। दरअसल कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान के बाद यह माना जा रहा था कि अब देश भर के किसान अपने घर लौट आएंगे और किसानों का आंदोलन समाप्त हो जाएगा। केंद्र किसान नेताओं ने यह साफ कर दिया कि जब तक हमारी सरकार एमएसपी पर कानून नहीं बनाती है हमारी प्रमुख मांगों पर विचार नहीं करती है तब तक किसान अपने घर नहीं लौटेगा।
लेकिन अब माना जा रहा है कि किसान नेता राकेश टिकैत बैंकों के निजीकरण को लेकर भी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर सकते हैं। किसान नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘आंदोलन की शुरुआत (कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन) में हमने चेतावनी दी थी कि अगला नंबर बैंकों का होगा। परिणाम देखें, 6 दिसंबर को जनता के निजीकरण का बिल सेक्टर के बैंकों को संसद में पेश किया जा रहा है। निजीकरण के खिलाफ पूरे देश में एक साझा आंदोलन की जरूरत है।