कोराना संक्रमण के खतरे के कारण कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है लेकिन केरल की सरकार बकरीद पर लॉकडाउन में छूट देने का ऐलान कर रही है। केरल सरकार के इस फैसले से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आपत्ति दर्ज की है और उसने साफ कहा है कि अगर केरल सरकार ने बकरीद पर लॉकडाउन में रियायत देने का आदेश वापस नहीं लिया तो वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होगा। आपको बता दें कि केरल भी एक ऐसा प्रदेश है जहां पर संक्रमण के मामले बहुत तेजी के साथ बढ़ रहे थे। IMA ने अपने बयान में कहा- कोरोना मामलों में इजाफे के बीच केरल सरकार का इस तरह का फैसला दुखी करने वाला है। जब जम्मू-कश्मीर ,उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे कई उत्तरी राज्यों ने सार्वजनिक सुरक्षा के मद्देनजर परंपरिक और लोकप्रिय तीर्थ यात्राओं को रोक दिया है, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केरल के विद्वान राज्य ने ऐसा निर्णय लिया है।”
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शनिवार को ऐलान किया था कि बकरीद के मौके पर राज्य में लगे लॉकडाउन के प्रतिबंधों में छूट दी जाएगी। इस बुधवार को होने वाली ईद के लिए रविवार से यह छूट तीन दिन के लिए दी गई है। इस दौरान कपड़े, जूते-चप्पल की दुकान, ज्वैलरी की दुकान, गिफ्ट आइटम की दुकान, घर के सामान और इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर और रिपेयरिंग सेंटर को खोलने की मंजूरी दी गई है। करोड़ों शिवभक्त सावन के महीने में कांवड़ लेकर आते हैं, उनकी आस्थाओं को प्रतिबंधित करते हुए कावड़ यात्रा पर तो रोक लगाई गई है। लेकिन अपना वोट बैंक बचाने के लिए केरल के मुख्यमंत्री बकरीद पर छूट देने का काम कर रहे हैं।