बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत काफी समय से चर्चाओं में बनी हुई है। कंगना पर कुछ दिन पहले एक युवक ने ट्विटर पर सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के आरोप में मुंबई हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें उसने यह दावा किया था कि अभिनेत्री अपने ट्वीट के जरिए लोगों में धार्मिक और राजनीतिक हिंसा फैलाने का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही उसने कोर्ट में यह भी गुजारिश की थी कि कंगना का ट्विटर अकाउंट स्थगित कर देना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कोर्ट की सुनवाई में महाराष्ट्र सरकार के वकील ने कंगना का पक्ष लिया है। सरकारी वकील ने यह साफ कहा कि याचिकाकर्ता कंगना के ट्विटर अकाउंट को बंद करने की जो मांग कर रहा है, वह बेबुनियाद है। बता दें कंगना और उनकी बहन रंगोली चंदेल के खिलाफ 2 महीने पहले काशिफ खान देशमुख नाम के शख्स ने याचिका दायर की थी, जिसमें उसने यह दावा किया कि कंगना और उनकी बहन रंगोली सोशल मीडिया के जरिए ऐसे कई ट्वीट्स करती है, जिसकी वजह से लोगों में गलत भावनाएं पैदा हो रही है।
हम आपको बता दें दायर की गई याचिका पर महाराष्ट्र सरकार के वकील ने अपनी आपत्ति जताते हुए यह भी कहा की देशमुख को अपनी बातें साबित करनी चाहिए और उन्हें यह बताना चाहिए कि कैसे कंगना रनौत के ट्वीट से लोगों में सांप्रदायिक हिंसा फैल रही है? वही महाराष्ट्र सरकार के वकील का इस तरीके से कंगना के पक्ष में बोलना लोगों को काफी हैरान कर रहा है, क्योंकि पिछले कई समय से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच में लगातार विवाद चल रहा था, जिसकी वजह से कंगना ने कई बार महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है । वहीं शिवसेना के भी कई नेताओं ने भी कंगना पर पलटवार किया है।