नई दिल्ली | कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के उद्देश्य से भारत सरकार ने कई देशों का ई-वीज़ा रद्द करने का फैसला किया है। जापान के नागरिकों का ई-वीज़ा रद्द किए जाने पर जापान ने अपना कड़ा विरोध जताया है। इस मामले में जापान ने भारत को अपना आपत्ति पत्र भी सौंप दिया है। खबरों के अनुसार जापान ने भारत को आपत्तिपत्र जारी कर अपने नागरिकों के ई-वीजा रद्द किए जाने के फैसले की समीक्षा करने की मांग की है।
भारत ने तीन मार्च से पहले इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान के नागरिकों को जारी नियमित वीजा और ई-वीजा स्थगित कर दिए थे ताकि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। भारत में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 45 मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि करीब 29,000 लोगों को निगरानी में रखा गया है।
भारत ने जापान के साथ-साथ दक्षिण कोरिया, ईरान और इटली के नागरिकों के ई-वीजा भी रद्द करने का फैसला किया है। जापान ने इस फैसले पर इसलिए आपत्ति जताई है क्योंकि दोनों देशों के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों की उपेक्षा करते हुए भारत ने अन्य देशों के साथ-साथ जापानी नागरिकों पर भी रोक लगा दी है। इस मामलें में सरकार के सूत्रों ने बताया कि भारत द्वारा विभिन्न देशों के नागरिकों के ई-वीजा रद्द करने के फैसले का एकमात्र उद्देश्य देश में कोरोना वायरस के संभावित खतरे को रोकना है और भारत फैसले की समीक्षा शायद ही करे।