विश्व में सबसे प्राचीन संस्कृति, सभ्यता और परंपरा का जब भी नाम आता है तो उसमें भारत देश का नाम सबसे पहले लिया जाता है। यहाँ उत्पन्न हुए हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म के अनुयायी पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। भारत की ही अयोध्या (known as Ayutthaya in Thailand) नगरी में जन्में राम की कथा ‘रामायण’ (Ramayana) आज पूरे विश्व में प्रचलित है। लेकिन क्या आप जानते है यही रामायण थाईलैंड की राष्ट्रीय पुस्तक (National book of Thailand) है। सुनकर आपको भी हैरानी हुई होगी, लेकिन यह बात पूरी तरह से सत्य है।
थाईलैंड विश्व के सबसे प्रमुख प्रयटन स्थलों में से एक है। हर साल भारत से भी लाखों लोग इस देश की खूबसूरती देखने जाते है। यहाँ की राजधानी बैंकॉक (Bangkok) और पटाया इस देश के प्रमुख आकर्षण केंद्र रहते है। अधिकांश लोग थाईलैंड को अय्याश की नगरी भी मानते है और वहां की प्रसिद्ध मसाज और खाने को ही असली थाईलैंड समझ लेते है। लेकिन वास्तविक थाईलैंड इन सबसे बिल्कुल अलग है। थाईलैंड में आज भी बहुत बड़े लेवल पर हिंदू धर्म मौजूद है। आज हम आपको थाईलैंड से जुड़े कुछ ऐसे चौंकाने वाले तथ्य बताने जा रहे है, जिन्हें सुनकर आपको थोड़ी हैरानी भी होगी और साथ ही आप थाईलैंड की परंपरा से प्रभावित भी हो जाएंगे।
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1. यूं तो बौद्ध धर्म थाईलैंड का राष्ट्रीय धर्म है और वहाँ की 94 फीसदी आबादी भी इसी धर्म की अनुयायी है। लेकिन इसके बावजूद वहाँ पर बड़ी मात्रा में हिंदू देवी-देवताओं के मंदिर मौजूद है। इस देश में आपको गणेश जी, विष्णु जी, ब्रह्मा जी, राम जी, शिव जी समेत लक्ष्मी जी और सरस्वती के मंदिर भी देखने को मिल जाएंगे।
2. जब आप बैंकॉक पहुंचेंगे तो आपको वहां का एयरपोर्ट देखकर भी हैरानी होगी। वहाँ के एयरपोर्ट के मध्य समुद्रमंथन का बड़ा ही सुंदर दृश्य बना हुआ है। वहाँ के एयरपोर्ट का नाम ‘स्वर्णभूमि एयरपोर्ट’ है, जिसे पढ़कर सभी को आश्चर्य भी होता है।
3. भारत में अयोध्या नगरी का नाम तो सभी ने सुना होता है। लेकिन क्या आप जानते है थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक से तकरीबन 50 किलोमीटर दूरी पर भी एक अयोध्या (Ayutthaya) शहर है। यहाँ पर आपको जगह-जगह भगवान राम और हिंदू धर्म से संबंधित चित्रकारी और कला देखने को मिल जाएगी।
4. थाईलैंड की यह अयोध्या (Ayutthaya) नगरी यूनेस्को की विश्व हेरीटेज लिस्ट में भी शामिल है। यूनेस्को का यह भी मानना है कि राम जी का जन्म थाईलैंड में ही हुआ था। भारत में राम जी के जन्म की बात यूनेस्को खारिज कर चुका है।
5. थाईलैंड के लोग वहाँ के राजा को विष्णु जी का अवतार और राम के वंशज मानते है। इसीलिए आज भी वहाँ राजा को राम कहकर संबोधित किया जाता है। साथ ही आपको बता दे कि वहाँ का राष्ट्रीय प्रतीक (national emblem) ‘गरुड़’ है, जिसे हिंदू धर्म में विष्णु जी की सवारी माना गया है।
6. कुछ लोगों का कहना है भगवान राम के पुत्र कुश ने थाईलैंड में जाकर यह नगरी बसाई थी। वहाँ का राज परिवार भी हिंदू धर्म में विश्वास रखता है, इसीलिए थाईलैंड की राष्ट्रीय पुस्तक रामायण है, जिसे वहाँ की भाषा में ‘राम-कियेन’ (Ramakien) कहा जाता है जिसका अर्थ होता है राम कीर्ति।
7. बैंकॉक का वास्तविक नाम “क्रुंग देव महानगर अमर रत्न कोसिन्द्र महिन्द्रायुध्या महा तिलक भव नवरत्न रजधानी पुरी रम्य उत्तम राज निवेशन महास्थान अमर विमान अवतार स्थित शक्रदत्तिय विष्णु कर्म प्रसिद्धि” है, यह नाम संस्कृत और पाली भाषा से लिया गया है, जिसमें कुल 163 अक्षर है। इस नाम को एक गाने की तरह बोला जाता है। लोकल भाषा में बैंकॉक को ‘महेंद्र अयोध्या’ भी कहा जाता है।
8. बैंकॉक के सबसे बड़े हॉल का नाम ‘रामायण हॉल’ है, जहाँ आज भी प्रतिदिन रामायण की नृत्य-नाटिका आयोजित होती है। इस हॉल में दो हज़ार से भी अधिक लोगों के बैठने की क्षमता मौजूद है। हैरानी होती है कि हिंदूस्तान में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहाँ इस तरह का आयोजन रोजाना किया जाता हो।
9. थाईलैंड में आपको ‘राम स्ट्रीट’ और ‘अशोक स्ट्रीट’ जैसे साइनबोर्ड आसानी से दिख जाएंगे। राजधानी बैंकॉक में श्री नारायण मंदिर बना हुआ है, जहाँ नवरात्रों के दौरान विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों में हिंदूओं के अलावा बौद्ध धर्मावलंबी भी बड़ी मात्रा में सम्मिलित होते है।
10. भारत देश में अयोध्या (Ayutthaya) राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई दशकों की लंबी सुनवाई के बाद पिछले साल मंदिर बनाने की मंजूरी मिली है। लेकिन भारत में राम मंदिर बनने से पहले राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट ने बैंकॉक में राम मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया था। 2018 में इस मंदिर का शिलान्यास समारोह हुआ था और उम्मीद है कि थाईलैंड में भारत से पहले एक भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।