भारतीय वैज्ञानिकों का किसानों को तोहफा, बनाया दुनिया का सबसे बड़ा Solar Tree

बढ़ती जनसंख्या के साथ ही लोगों की बढ़ती ऊर्जा की डिमांड को लेकर काफी समय से सरकार कोई हल ढूंढ रही थी। जहां दूसरे देशों में पहले से ही इसके लिए सोलर पैनल का सहारा लिया जा रहा है वहीं अब भारतीय वैज्ञानिकों ने भी इसका तोड़ निकाला है।

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भारत में हमेशा से ही प्रदूषण ऊर्जा में होने वाली डेवल्पमेंट को रोकता रहा है। हालांकि उर्जा की बढती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए सरकार अपनी ओर से पूरी कोशिश करती रही। लेकिन अब सरकार की इस समस्या को भारतीय वैज्ञानिकों ने खत्म कर दिया है। जी हां, वैज्ञानिकों से मिले बड़े साथ की वजह से भारत को आखिरकार इसका तोड़ मिल चुका है। यूं तो भारत हमेशा से ही सोलर उर्जा के हित में रहा है लेकिन अब भारतीय वैज्ञानिकों नें दुनिया का सबसे बड़ा Solar Tree बनाया है।

लगाए गए 35 Photovoltaic Panel

एक सरकारी न्यूज़ चैनल की मानें तो Solar Energy के क्षेत्र में Council of Scientific and Industrial Research के वैज्ञानिकों ने ये कमाल कर दिखाया है। CSIR के वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत कर इस Solar Tree को कई महीनों में तैयार किया है। फिलहाल इस Solar Tree को West Bengal के Durga Pur की Residential Complex में लगाया गया है। CSIR-CMERI के डायरेक्टर डॉ. हरीश हीरानंदानी का कहना है कि इस Solar Tree से 11.5 किलो वॉट की एनर्जी पैदा होगी।

इसका मतलब ये हुआ कि एक Solar Tree साल में करीब 12,000-14,000 के बीच स्वच्छ उर्जा पैदा होगी। एक Solar Tree में करीब 35 Photovoltaic Panel मौजूद हैं। 1 Photovoltaic Panel 330 वॉट पावर की उर्जा जनरेट करेगा।

कितनी है कीमत

एक Solar Tree करीब 10-12 टन Carbon dioxide Emission को रोकने में कारगर है। इस Solar Tree की कुल कीमत 7.5 लाख रूपए है। इसकी एनर्जी को ‘प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महा अभियान’ (Pradhanmantri kisan urja suraksha evam utthaan mahabhiyan) के तहत सबसे पहले किसानों तक पहुंचाया जाएगा।

क्या है खासियत

आपको बता दें कि इसकी एक और खास बात ये है कि इस Solar Tree को खेती में होने वाले काम की जरूरतों के हिसाब से Customize भी किया जा सकता है। इसे Intelligence of Thing के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसी के साथ ही ये Solar Tree CCTV का रोल भी निभाएगा जिससे खेतों पर नज़र भी रखी जाएगी। इतना ही नहीं खेती में होने वाली नमी, बारिश के अनुमान, हवा की रफ्तार और एनालिटिक सेंसर की मदद से ज़मीन के Altitude का पता लगाया जा सकता है।

CSIR ने Solar Energy से चलने वाला e-Suvidha Kiosk बनाया है जिसे हमेशा Solar Tree से कनेक्टेड रखा जाएगा। इससे Agriculture से जुड़े Realtime का एक्सेस मिलेगा।

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