भारत-चीन विवाद के बाद भारत ने अपने सैनिकों के हित में कई बड़े कदम उठाये हैं। जिसमे भारतीय सेना को 500 करोड़ के हथियार खरीदने की इजाजत दी गयी है। न्यूज़ एजेंसी ANI के अनुसार फील्ड कमांडरो को विशेष परिस्थिति में हथियार चलाने की छूट दी गयी है। 15 जून को हुए गलवान घाटी में हिंसक झड़प सैनिकों ने हथियारों का प्रयोग नहीं किया था क्योंकि 1962 और 2005 हुए समझौते के तहत दोनों देश के सैनिक सीमा पर हथियारों का उपयोग नहीं कर सकते थे, लेकिन अब से भारत के सैनिकों को यह अधिकार दे दिया है।
और पढ़ें: “LAC पर हम हर हरकत का जबाब देने को तैयार हैं”- वायुसेना प्रमुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले भी तीनों सेना प्रमुखों के साथ इस मसले पर बैठक कर चुके हैं। लद्दाख में भारत-चीन सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद जल, थल और वायुसेना तीनों सेनाओं को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है। आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ आर्मी डिफेंस (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों की हुई। आज की बैठक में राजनाथ सिंह ने चीन की सभी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सेना को आदेश दिया है।
Image Source: Tweeted by @rajnathsingh