आप सभी भारतीय सैनिकों के पराक्रम से तो परिचित होंगे ही और उनकी मानवता की कहानियां भी आपने बचपन से सुनी होंगी। आज एक ऐसी घटना घटित हुई है जिसने भारतीय सेना और भारत का मस्तक गर्व से ऊंचा कर दिया है। वर्तमान में चारों तरफ ठंड का माहौल है पहाड़ियों पर वर्षा हो रही है रास्ते बंद हो चुके हैं। इसी बीच नीमा बानो नाम की एक महिला अपने गर्भावस्था के अंतिम चरण में थी। अत्याधिक पीड़ा होने के कारण वे कहीं जा भी नहीं सकती थी, इस परेशानी को समझते हुए उनके पिता गुलाम मोहम्मद मीर ने राष्ट्रीय राइफल्स जो भारतीय सेना का एक अभिन्न अंग है उनके अधिकारियों को फोन लगाया। परिणाम स्वरूप राष्ट्रीय रायफल्स के सैनिक वहां पर आए और उस गर्भवती महिला को अपने कंधों के सहारे अस्पताल लेकर गए। राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों की सहायता से वह महिला अस्पताल तक सुरक्षित पहुंच गई और उन्होंने एक स्वस्थ बच्चे को भी जन्म दिया है।
Neema Bano was in the final stages of her pregnancy. It was snowing heavily & roads were blocked. Not knowing what to do, her father called Kilo Force (Rashtriya Rifles) for help. Soldiers carried her on their shoulders for hours, to a hospital.
Mother and baby are both fine 😊 pic.twitter.com/RtkrtHGbmN
— Major Gaurav Arya (Retd) (@majorgauravarya) January 7, 2021
यह एक ऐसी घटना है जो बताती है कि भारतीय सैनिक किसी भी मौसम में किसी भी समस्या में भारतीयों की मदद करने से पीछे कभी नहीं हटते हैं। जब भी भारत में कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो हमारे देश की तीनों सेनाएं ही हमारे देश के नागरिकों की रक्षा करती हैं। यह बताया जाता है कि 21 राष्ट्रीय रायफल्स ने पिछले तीन दशकों में जम्मू कश्मीर से करीब 300 आतंकवादियों को जहन्नुम पहुंचाया है। पिछले दिनों अपनी शहादत देकर अमर हुए कर्नल आशुतोष शर्मा भी राष्ट्रीय रायफल्स के ही कमांडिंग ऑफिसर थे। पिछले 29 सालों में 25000 आतंकवादी मारे गए जिसमें राष्ट्रीय रायफल्स की सभी टुकड़ियों ने मिलकर करीब 15,000 आतंकवादियों को नर्क को भेजा है इसके अलावा हजारों आतंकवादियों को जीवित पकड़ा है।
Neema Bano was pregnant. All roads were blocked because of snow. In desperation, her father Ghulam Mohammad Mir called the the only people who he knew would never refuse to help.
This is the Indian Army. No cry for help goes unanswered. #SavioursOfKashmir pic.twitter.com/5GYIIdB3kH
— Major Gaurav Arya (Retd) (@majorgauravarya) January 7, 2021