बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में शुरू हुआ भारत का पहला हिंदू अध्ययन कोर्स, सनातन धर्म की पुरातन परंपराओं और धर्म विज्ञान में किया जाएगा पारंगत

सनातन धर्म से जुड़े लोगों को उनकी पुरानी परंपराओं और उनके इतिहास के बारे में सही जानकारी देने के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय में भारत राष्ट्र का पहला सनातन धर्म पर आधारित अध्ययन कोर्स तैयार किया गया है। इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष होगी।

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भारत का बहुसंख्यक समाज सनातन परंपराओं से जुड़ा हुआ है। लेकिन लगातार विकसित होते हुए समाज में अपनी परंपराओं को जानने की इच्छा लगातार बढ़ रही है। इसीलिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय में भारत का पहला हिंदू अध्ययन कोर्स प्रारंभ किया गया है। इस कोर्स में सनातन धर्म की पुरानी परंपराओं, धर्म विज्ञान और युद्ध नीति की शिक्षा दी जाएगी।

आधुनिकता के साथ सनातन प्राचीन परंपरा की थाती संजोए BHU में छात्र अब वेद, पुराण, ब्राह्मण और श्रमण परंपरा के साथ रामायण, महाभारत, दर्शन, ज्ञान मीमांसा सहित हिंदू धर्म के वैशिष्ट्य और परंपरा पर आधारित पाठ्यक्रमों में पढ़ाई कर सकेंगे।

आपको बता दें कि इसकी शुरुआत कला संकाय के अंतर्गत भारत अध्ययन केंद्र द्वारा की गई थी। इसके तहत भारत सहित दुनियाभर के छात्रों को सनातन हिंदू धर्म की पुरातन विद्या परंपरा, युद्ध कौशल और धर्म विज्ञान वैदिक परंपरा में पारंगत किया जाएगा। 2 साल के इस कोर्स के लिए 40 सीटें निर्धारित हैं। ऑनलाइन फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 7 सितंबर 2021 है। इंट्रेस एग्जाम 3 अक्टूबर को होगा, जिसमें हिंदू धर्म और शास्त्रों से संबंधित प्रश्न होंगे। विस्तृत विवरण आवेदन प्रॉस्पेक्टस में है।

हिंदू स्टडीज नामक नए कोर्स को 2021-22 के इसी सत्र से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत दो वर्षीय एम ए का कोर्स होगा, जिसकी शुरुआत इसी सत्र 2021-22 से आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत के साथ आरम्भ हो चुका है। आपको बता दें कि विश्वविद्यालय में इसके लिए स्मार्ट क्लास बनाई गई हैं। यहां पर गुरुकुल शिक्षा पद्धति भी साफ दिखाई देगी तथा प्राचीन धर्म शास्त्र के व्यावहारिक पहलुओं पर गहन अध्ययन और प्रयोग भी किया जाएगा। प्रोफेसर राकेश उपाध्याय ने बताया कि अत्याधुनिक तकनीक के सहारे डिजिटल दुनिया के अन्य देशों के छात्र भी इस कोर्स में दाखिला ले सकेंगे।

Opindia में छपे एक लेख के अनुसार इस पूरे कार्यक्रम को तैयार करने में निम्न लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है-

  • कला संकाय प्रमुख प्रो. विजय बहादुर सिंह
  • जेएनयू के प्रो. रामनाथ झा
  • आईआईटी कानपुर के प्रो. नचिकेता तिवारी
  • प्रो. कमलेश दत्त त्रिपाठी
  • प्रो. ब्रजकिशोर स्वाई (ओडिशा)
  • प्रो. विंध्येश्वरी प्रसाद मिश्र
  • लोकगायिका प्रो. मालिनी अवस्थी
  • प्रो. प्रद्युम्न शाह
  • प्रो. विमलेंद्र कुमार
  • प्रो. सच्चिदानंद मिश्र
  • प्रो. विजय शंकर शुक्ल
  • प्रो. राकेश उपाध्याय
  • प्रो. केशव मिश्र
  • डा. अर्पिता चटर्जी
  • प्रो. सदा शिव कुमार द्विवेदी

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